मंडी: भविष्य को हरित और सतत बनाने के मिशन के साथ, IIT मंडी ने इस वर्ष हिमाचल प्रदेश विज्ञान कांग्रेस की मेजबानी की है। इस आयोजन की थीम ‘सतत विकास लक्ष्यों को प्राप्त करने में विज्ञान, प्रौद्योगिकी और नवाचार की भूमिका’ रखी गई है। इस कांग्रेस में प्रतिष्ठित वैज्ञानिकों के व्याख्यान, शोधकर्ताओं द्वारा पेपर प्रस्तुतियाँ, और विभिन्न ग्रामीण प्रौद्योगिकियों की प्रदर्शनी शामिल हैं।
इस कांग्रेस का मुख्य उद्देश्य राज्य के भीतर और बाहर के बुद्धिजीवियों, वैज्ञानिकों, और शोधकर्ताओं को एक मंच पर लाना है। इससे नवीन विचारों, आविष्कारों, और बौद्धिक सृजनों का आदान-प्रदान होगा।
IIT मंडी और HIMCOSTE विश्वविद्यालयों, शोध संस्थानों, और कॉलेजों के वैज्ञानिकों और छात्रों को इस विज्ञान कांग्रेस के लिए अपने शोध पत्रों के सारांश प्रस्तुत करने का निमंत्रण देते हैं।
आईआईटी मंडी के निदेशक लक्ष्मीधर बेहेरा के अनुसार, यह विज्ञान कांग्रेस हिमाचल प्रदेश के लोगों की समस्याओं की पहचान और विज्ञान, प्रौद्योगिकी और नवाचार प्रणाली के हस्तक्षेप से समाधान प्रदान करने का एक मंच है।
यह आयोजन हिमाचल प्रदेश के सतत विकास की दिशा में एक कदम है और यह राज्य के विकास में विज्ञान और प्रौद्योगिकी की भूमिका को और मजबूत करेगा।