पंचायत क्वारंटीन केंद्रों से बेहतर हैं बफर क्वारंटीन केंद्र ! लेकिन कितने ?

रोजाना24ः कोरोना संक्रमण के बढते मामलों के साथ सरकार व प्रशासन लगातार नियमों बदलाव कर रहे हैं। दो दिन पूर्व तक लोगों को संस्थागत व होम क्वारंटीन किया जा रहा था लेकिन अब पंंचायत स्तर भी क्वारंटीन केंद्र बनाए जा रहे हैं।नये नियमानुसार अन्य राज्यों से आने वाले लोगों को बफर क्वारंटीन में रखा जाएगा व प्रदेश के ग्रीन जिलों से चम्बा जिला में लौटने वाले लोगों को होम क्वारंटीन किया जाएगा जबकि ऑरेंज व रैड जोन से लौटने वालों को पंचायत स्तर पर क्वारंटीन करने की व्यवस्था की गई है।

भरमौर क्षेत्र में इस समय ग्राम पंचायतों द्वारा क्वारंटीन केंद्र तैयार किए जा रहे हैं। इन क्वारंटीन में व्यवस्थाओं की पोल उस वक्त खुल गई जब ग्राम पंचायत जगत में बनाए गए क्वारंटीन सेंटर के कमरे में 2 युवकों को बंद करके ताला जड़ दिया गया। मामला तब उजागर हुआ जब वहां के किसी युवक ने घटना का वीडियो बना कर सोशल मीडिया में डाल दिया। इन युवकों ने कहा कि ऐसा तो जानवरों के साथ भी नहीं किया जाता। लोग उन्हें भी थोड़ी देर खुले में ऱखते है ताकि वे धूप व ताजा हवा ग्रहण कर सकें।

आज सुबह मौके पर आशा वर्कर भी पहुंंची तो उसने भी ताला लगाने की घटना के बारे में अनभिज्ञता जाहिर करते हुए कहा कि उन्हें नहीं पता कि ताला किसने लगाया है।थो़ड़ी देर में पंचायत सचिव ने वहां पहुंच कर स्थिति को सम्भालते हुए ताला खुलवाया। पंचायत सचिव ने कहा कि पटवार घर के चौकिदार ने यह ताला लगाया था डर था कि क्वारंटीन किए गए यह युवक भाग न जाएं। पंचायत सचिव ने कहा कि उन्होंने युवकों के लिए भोजन की व्यवस्था कर दी है।

उधर एक अन्य मामला ग्राम पंचायत खणी के क्वारंटीन केंद्र से जुड़ा हुआ है। तीन दिन पूर्व यहां होशियारपुर से लौटे युवक को रखा गया था। युवक ने बताया कि क्वारंटीन केंद्र में तीन तक पंचायत ने भोजन नहीं दिया, गांव का सोहना नाम का व्यक्ति उसके लिए खाना ला रहा था। क्वारंटीन केंद्र पर न तो किसी चिकित्सक ने उसकी स्वास्थ्य जांच की व न ही वहां कोई कर्मचारी रहता। गांव से दूर सुनसान बड़े भवन में उसने डर डर कर रातें गुजारी हैं। उसने बताया कि आज सुबह पंचायत व पुलिस उसके पास पहुंचे और किसी कागज पर हस्ताक्षर करवाकर उन्हें भरमौर मुख्यालय स्थित क्वारंटीन केंद्र में भेज दिया है। इस युवक ने अपना अनुभव सांझा करते हुए कहा कि पंचायत क्वारंटीन केंद्र से बफर क्वारंटीन केंद्र ज्यादा बेहतर है यहां समय पर खाना व चाय मिल रही है।

गौरतलब है कि भरमौर क्षेत्र की दूर दराज की पंंचायतों में क्वारंटीन किए लोगों के भोजन व सोने की व्यवस्था करना मुश्किल कार्य साबित हो रहा है ।पंचायतों को कम से कम दस बिस्तर की व्यवस्था के निर्देश दिए गए हैं व तीन वक्त का खाना व चाय अलग। क्वारंटीन किये लोगों को लिए सैनिटाइजेशन, परिसर की सफाई व्यवस्था करना करना मुश्किल हो रहा है। क्योंकि बाजार यहां से बहुत दूर हैं तो कोरोना केे डर से स्थानीय लोग बिस्तर सामग्री देने से इंकार कर रहे हैं।

पंचायत स्तर के क्वारंटीन केंद्रों में लोगों के लिए व्यवस्था पर प्रशासन की ओर से कोई जानकारी प्रदान नहीं की गई है।