रोहड़ू: हिमाचल की बेटियों ने एक बार फिर अंतरराष्ट्रीय खेल मंच पर देश और प्रदेश का नाम रोशन किया है। थाईलैंड में आयोजित प्रथम किक बॉक्सिंग विश्व कप में शिमला जिला के रोहड़ू क्षेत्र की दो होनहार बेटियों ने सिल्वर और ब्रॉन्ज मेडल जीतकर साबित कर दिया कि हिमाचली बेटियां अब सिर्फ पहाड़ नहीं, दुनिया फतह कर रही हैं।
🌟 दीक्षिता चौहान ने K1 कैटेगरी में जीता सिल्वर मेडल
दीक्षिता चौहान ने किक बॉक्सिंग की सबसे चुनौतीपूर्ण K1 कैटेगरी में भाग लेते हुए सिल्वर मेडल अपने नाम किया। यह कैटेगरी फिजिकल और तकनीकी दोनों ही दृष्टियों से सबसे कठिन मानी जाती है। दीक्षिता का प्रदर्शन पूरे टूर्नामेंट के दौरान शानदार रहा और फाइनल तक पहुंचकर उन्होंने भारत का परचम थाईलैंड में बुलंद किया।
🥉 सनिका ने फुल कॉन्टैक्ट कैटेगरी में जीता ब्रॉन्ज
वहीं, सनिका ने फुल कॉन्टैक्ट कैटेगरी में दमदार प्रदर्शन करते हुए ब्रॉन्ज मेडल पर कब्जा जमाया। उनका आत्मविश्वास और तकनीकी कौशल दर्शकों और निर्णायकों को प्रभावित कर गया। अंतरराष्ट्रीय मंच पर यह उपलब्धि प्रदेश के लिए गौरव और प्रेरणा का स्रोत है।
🎯 अंतरराष्ट्रीय मंच पर हिमाचली बेटियों की सफलता
थाईलैंड में आयोजित इस विश्व कप में कई देशों के अनुभवी और शीर्ष स्तर के खिलाड़ी शामिल हुए थे, जिनके बीच हिमाचल की बेटियों ने अपनी कड़ी मेहनत, लगन और प्रतिबद्धता से यह सम्मान अर्जित किया। दोनों खिलाड़ियों की सफलता से रोहड़ू क्षेत्र और पूरे हिमाचल में उत्साह की लहर है।
🏆 कोच और परिजनों की भूमिका अहम
इस अंतरराष्ट्रीय सफलता के पीछे कोचिंग स्टाफ और परिजनों की भूमिका भी महत्वपूर्ण रही है। इन बेटियों ने कठिन ट्रेनिंग और मानसिक अनुशासन के बल पर यह मुकाम हासिल किया है। स्थानीय खेल संगठनों और सामाजिक समूहों ने भी दीक्षिता और सनिका की इस उपलब्धि पर उन्हें बधाई और शुभकामनाएं दी हैं।