भरमौर के गांव मलकौता की बेटी डॉ. डिंपल कुमारी बनीं होम्योपैथिक चिकित्सा अधिकारी, उपलब्धि पर ढेरों शुभकामनाएं!

भरमौर के गांव मलकौता की बेटी डॉ. डिंपल कुमारी बनीं होम्योपैथिक चिकित्सा अधिकारी, उपलब्धि पर ढेरों शुभकामनाएं!

हिमाचल प्रदेश के भरमौर तहसील के गांव मलकौटा की बेटी डॉ. डिंपल कुमारी ने होम्योपैथिक चिकित्सा अधिकारी (Homeopathic Medical Officer) के पद पर चयनित होकर पूरे क्षेत्र का नाम रोशन किया है। उनकी इस उपलब्धि से परिवार, गांव और समाज में हर्षोल्लास का माहौल है। डॉ. डिंपल कुमारी, श्री बृज लाल मन्कोटिया की सुपुत्री हैं। उन्होंने अपनी शिक्षा के दौरान असाधारण प्रतिभा का परिचय दिया और मेडिकल क्षेत्र में आगे बढ़ने का अपना सपना साकार किया।

🎓 शिक्षा और कठिन परिश्रम से हासिल की सफलता

डॉ. डिंपल कुमारी ने अपनी स्कूली शिक्षा DAV स्कूल, भरमौर से पूरी की। इसके बाद उन्होंने नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ होम्योपैथी (NIH), कोलकाता से BHMS (बैचलर ऑफ होम्योपैथिक मेडिसिन एंड सर्जरी) की डिग्री प्राप्त की। वर्तमान में, वह भारती विद्यापीठ यूनिवर्सिटी, पुणे से अपनी MD (डॉक्टर ऑफ मेडिसिन) की डिग्री कर रही हैं

ग्रामीण क्षेत्र से होने के बावजूद, डॉ. डिंपल ने अपनी मेहनत, लगन और दृढ़ संकल्प से यह साबित कर दिया कि सफलता संसाधनों से नहीं, बल्कि इच्छाशक्ति से मिलती है

उनकी इस सफलता का श्रेय उनकी माता सरोता देवी को भी जाता है, जिन्होंने अपनी बेटी की शिक्षा और करियर को संवारने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनके पिता आर्मी से रिटायर्ड हैं और उन्होंने भी अपनी बेटी की पढ़ाई में कोई कमी नहीं आने दी।

🏆 माता-पिता और समाज के लिए गर्व का क्षण

डॉ. डिंपल कुमारी की इस उल्लेखनीय उपलब्धि से उनके माता-पिता, परिवार और पूरे मलकौटा गांव में गर्व का माहौल है। यह सफलता न केवल व्यक्तिगत उपलब्धि है, बल्कि पूरे भरमौर क्षेत्र के लिए गर्व का विषय है

🙏 समाज और क्षेत्र के लिए उम्मीद की नई किरण

भरमौर और उसके आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में डॉ. डिंपल की सफलता एक ऐतिहासिक क्षण की तरह देखी जा रही है। उनकी मेहनत और लगन से यह साबित हुआ है कि अगर समर्पण और आत्मविश्वास हो, तो कोई भी लक्ष्य हासिल किया जा सकता है

💐 उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएं!

डॉ. डिंपल कुमारी को उनकी इस शानदार उपलब्धि पर ढेरों शुभकामनाएं!
आपका यह सफर नई ऊंचाइयों तक पहुंचे और आप हमेशा सफलता की राह पर आगे बढ़ें।