सड़क निर्माण के लिए उफनती रावी में उतरा कन्सट्रक्शन कम्पनी का ऩिदेशक.

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भरमौर उपमंडल के दक्षिणी पूर्वी छोर पर बसी अंतिम ग्राम पंचायत बजोल को सड़क मार्ग से जोड़ने के लिए लोक निर्माण विभाग ने कार्य शुरू कर दिया है.इक्कीसवीं सदी में भी सड़क मार्ग के लिए तरसते इस पंचायत के लोगों को सरकार ने मुख्य धारा से जोड़ने के लिए प्रयास शुरू कर दिए हैं.वहीं लो नि वि में नये पहुंचे अधिशाषी अभियंता का लाभ भी विकास कार्यों की तेजी के रूप में दिख रहा है.नया ग्राम से बजोल के लिए सड़क निर्माण का कार्य कई बार शुरू होने पर फिर से बंद हो जाता रहा है जिस कारण इस पंचायत के सौ फीसदी लोग पलायन कर जाते हैं.लेकिन अब प्रधान मंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत न्याग्रां से बजोल के सड़क का निर्माण कार्य शुरू हो गया है.रुको देवी कंस्ट्रक्शन कम्पनी के निदेशक बलविन्दर ठाकुर ने कहा कि रावी नदी के तट स्तालसो से लेकर बजोल गांव तक सड़क मार्ग बनाने के लिए पुल न होने के बावजूद कम्पनी ने गहरी रावी नदी व उसके तेज बहाव के बीच से आवश्यक मशीनरी को बजोल की ओर के तट पर पहुंचा कर कार्य शुरू कर दिया है.उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में न मोबाईल नेटवर्क न सड़क सुविधा बिजली की समस्या के कारण कई लोग सड़क निर्माण के कार्य के लिए मना कर चुके हैं.चूंकि वे स्वयं भरमौर क्षेत्र से सम्बन्धित हैं इसलिए वे बजोल पंचायत के लोगों की समस्याओं को वर्षों से जानते हैं.इसीलिए उन्होंने इस कार्य को करने की जिम्मेदारी उठाई है.

लो नि वि अधिशाषी अभियंता इंद्र सिंह उत्तम ने कहा कि लोगों की समस्या को देखते हुए निर्माण करवा रही कम्पनी को शीघ्र कार्य निपटाने के निर्देश दिए हैं उन्होंने कहा कि न्याग्रां व बजोल को जोड़ने वाले रावी नदी पर बनने वाले पुल का निर्माण कार्य भी शुरू करवा दिया है.लोगों को इस साल के अंत तक इस सुविधा अच्छी खबर मिल सकती है.

गौरतलब है कि बजोल पंचायत के लोगों सड़क सुविधा न मिलने मुख्य वजह रावी नदी पर समय पर पुल न बनना भी है.वर्षों से इस पुल का कार्य लम्बित पड़ा होने के कारण कोई भी ठेकेदार सड़क का काम करने को राजी नहीं हुए क्योंकि सड़क निर्माण के लिए आवश्यक मशीनरी को नदी पार पहुंचाना ही मुख्य चुनौती है जिसे कोई ठेकेदार पार नहीं कर पाया.पंचायत के लोगों ने सड़क मार्ग निर्माण के लिए जोखिम लेकर कार्य करने वाली कम्पनी निदेशक का आभार जताया है.