16 अप्रैल से होली मार्ग बंद, लोक निर्माण मंत्री और मुख्यमंत्री हेलिकाप्टर से आए और चल दिए: डॉ जनक राज

भरमौर के विधायक डॉक्टर जनक राज ने खड़ामुख होली सड़क की बदहाली और वाहनों की आवाजाही पर रोक के चलते प्रदेश सरकार और लोक निर्माण विभाग के खिलाफ गहरी नाराजगी जताई है। उनका कहना है कि पिछले एक महीने से यह सड़क सभी प्रकार के वाहनों के लिए बंद पड़ी है, फिर भी मुख्यमंत्री और पीडब्ल्यूडी मंत्री ने केवल हेलीकॉप्टर से भरमौर आए लेकिन इस इलाके का दौरा नहीं किया और न ही इस सड़क के बारे में कोई बात की।

बढ़ती समस्याएँ बना रही लोगों की जिंदगी मुश्किल:

डॉ. जनकराज का कहना है कि सड़क के बंद होने के कारण यहां के लोगों को टैक्सी चालकों द्वारा अधिक किराया वसूला जा रहा है। आवश्यक खाद्य सामग्री और गैस सिलेंडर की भारी कमी हो गई है, जिससे तहसील होली की कई पंचायतें पिछले एक महीने से मूलभूत सुविधाओं से वंचित हैं। सड़क की अनुपलब्धता से मरीजों और बुजुर्गों को भी आपात स्थिति में स्थानांतरित करना चुनौतीपूर्ण हो गया है।

लोक निर्माण विभाग की संवेदनहीनता:

डॉ. जनकराज का आरोप है कि लोक निर्माण विभाग (PWD) मंडल भरमौर इस सड़क की बहाली में कोई रुचि नहीं दिखा रहा। पावर प्रोजेक्ट्स के कर्मचारी और स्थानीय लोग ही सजग होकर सड़क को बहाल करने का प्रयास कर रहे हैं। पीडब्ल्यूडी की मशीनरी, अधिकारी और कर्मचारी मौके पर उपस्थित नहीं हैं। विधायक का कहना है कि विभाग के पास मरम्मत के लिए बुनियादी उपकरण भी नहीं हैं।

सरकार की विफलता:

विधायक जनक राज ने कहा कि वर्तमान सरकार अपने ही अस्तित्व को बचाने में लगी है। लोक निर्माण मंत्री, जो यहां से सांसद का चुनाव लड़ रहे हैं, ने अभी तक एक भी बार इस खराब सड़क का जिक्र नहीं किया है। लोक निर्माण मंत्री ने केंद्र द्वारा संचालित परियोजनाओं को अपने चुनावी घोषणापत्र में शामिल किया गया है, लेकिन प्रदेश सरकार ने अपने कार्यकाल में भरमौर में किसी भी नई परियोजना को शुरू नहीं किया है। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार ने कोई काम तो दूर, भरमौर मे एक ईंट तक नहीं रखी है।

खड़ामुख होली मार्ग: 16 अप्रैल से बंद

खड़ामुख-होली मार्ग 16 अप्रैल से सभी प्रकार के वाहनों की आवाजाही के लिए बंद पड़ा है। जेएसडब्ल्यू विद्युत परियोजना कम्पनी अपनी मशीनरी और कर्मचारियों के साथ पिछले एक महीने से इस सड़क को बहाल करने का प्रयास कर रही है, लेकिन लगातार हो रहे भूस्खलन के कारण यह काम अभी भी अधूरा है।