मनीमहेश यात्रा 2023 के बारे में नया फैसला: देना होगा पंजीकरण शुल्क

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श्री मणिमहेश यात्रा 2023 पर जाने के लिए श्रद्धालुओं को अब अपने यात्रा के पंजीकरण के लिए 20 रुपए का शुल्क देना होगा। यह फैसला डीसी अपूर्व देवगन की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में लिया गया है । इस नई निर्धारित शुल्क के माध्यम से यात्रा करने वाले श्रद्धालुओं को अब यात्रा की सुविधाएं उपलब्ध कराने में आसानी होगी ।

बैठक में सड़कों की सुरक्षा और यातायात को सुगम बनाने के लिए विभिन्न सेक्टरों में कार्रवाई के निर्देश दिए गए। चंबा से मणिमहेश डल झील तक यात्रा के मार्ग को सुरक्षित बनाने के लिए नियंत्रण कक्ष स्थापित किए जाएंगे। इससे यात्री और स्थानीय लोगों की सुरक्षा और सुविधा सुनिश्चित की जाएगी।

विशेष टीमों के गठन के माध्यम से राहत और बचाव व्यवस्था को सुनिश्चित किया जाएगा और उन्हें खतरों के चेतावनी चिन्ह स्थापित करने के लिए एनडीआरएफ (नेशनल डिसास्टर रिस्पांस फोर्स) और एसडीआरएफ (स्टेट डिसास्टर रिस्पांस फोर्स) तैनात किए गए हैं। ये टीमें आपदा के समय राहत और बचाव कार्रवाई के लिए तत्पर रहती हैं और आपदा के कारण प्रभावित इलाकों में मदद पहुंचाने के लिए सक्रिय होती हैं।

इस बैठक में लंगर संस्थाओं के बारे में भी चर्चा की गई और सड़कों के किनारे लंगर संस्था को अनुमति नहीं दी जाएगी। उन्हें लंगरों में प्रतिबंधित पोली पदार्थों का उपयोग नहीं करने की अंडरटेकिंग देने का निर्णय लिया गया है। साथ ही, लंगर संस्थाओं को विशेष अनुमति प्रदान की जाएगी कि वे स्वच्छता के नियमों का पालन करें और प्रशासनिक नियमों का पूर्णतः अनुसरण करें।

यात्रा के दौरान सड़कों की सुरक्षा को लेकर विशेष ध्यान दिया गया है। विभिन्न विद्युत परियोजनाओं के बांध क्षेत्रों और असुरक्षित स्थानों पर ध्वनि प्रसारण यंत्रों के माध्यम से जानकारी प्रदान करने के लिए निर्देश दिए गए हैं। इससे यात्रियों को विपरीत परिस्थितियों से बचने में मदद मिलेगी। इसके अलावा, खतरे के चेतावनी चिन्ह स्थापित करने के लिए भी निर्देश दिए गए हैं।

इस यात्रा में भारी संख्या में लोग शामिल होते हैं, इसलिए राष्ट्रीय उच्च मार्ग चक्की-चंबा-भरमौर की स्थिति पर विस्तृत चर्चा हुई और इसके दौरान धरवाला, लोथल, दुर्गेठी जैसे क्षेत्रों में मरम्मत कार्य और यात्रा से पहले क्रैश बैरियर लगाने के निर्देश दिए गए। ये सुविधाएं यात्री और स्थानीय लोगों की सुरक्षा के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं और इनका पूर्णतः पालन किया जाना चाहिए।

भरमौर-हड़सर संपर्क सड़क पर प्रघांला नाला में भूस्खलन की रोकथाम के लिए कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं और इसके लिए भरमौर-थला चौबिया-हड़सर संपर्क सड़क मार्ग को यात्रा से पहले हल्के वाहनों की आवाजाही शुरू करने के निर्देश लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को दिए गए हैं। इससे सड़कों की सुरक्षा और यात्रियों को सुगमता मिलेगी।

इस बैठक में विभिन्न विभागों के अधिकारी, एडीएम भरमौर नरेंद्र चौहान, और अन्य अधिकारी शामिल थे और वे सभी बैठक में अपने दायित्वों के अनुसार निर्देश देने के लिए सक्रिय थे। इस बैठक में सड़कों की सुरक्षा, यात्रा की व्यवस्था और राहत के उपायों को ध्यान में रखते हुए विभिन्न निर्णय लिए गए थे, जो यात्रियों के लिए सुरक्षित और सुगम यात्रा को सुनिश्चित करने के लिए काम आएंगे।

एक नई सुविधा के रूप में एंबुलेंस और मोबाइल मेडिकल यूनिट तैनात किए जाने के निर्देश भी दिए गए हैं, जो यात्रा के दौरान आपदा के समय मेडिकल एमर्जेंसी के लिए तत्पर रहेंगे। स्वास्थ्य सुविधाएं भी सुनिश्चित की गईं हैं जो यात्री और यात्रा करने वाले लोगों को सुरक्षित रखेंगी।

उपरोक्त निर्देशों और नियमों के पालन से यात्रियों को यात्रा के दौरान सुरक्षा और सुविधा का पूरा ध्यान रखा जाएगा। राष्ट्रीय उच्च मार्ग चक्की-चंबा-भरमौर की स्थिति को बेहतर बनाने के लिए विभिन्न खराबियों की मरम्मत और सुरक्षा उपायों को जल्द से जल्द लागू किया जाएगा। इससे न केवल यात्रियों को सुरक्षित महसूस करने में मदद मिलेगी, बल्कि उन्हें यात्रा का अधिक से अधिक आनंद उठाने का भी मौका मिलेगा।

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