रोजाना24,चम्बा 29 फरवरी : वैसे तो समूचा जनजातीय उपमंडल भरमौर विकास के मामले में पिछड़ा हुआ है लेकिन इस क्षेत्र में ऐसे भी कुछ गांव व पंचायतें हैं जिनकी दशा देखकर हम अति पिछड़ी कह सकते हैं जो कि शेष उपमंडल से पिछड़ गई हैं। इन पंचायतों के लिए कामचलाउ सड़कें पेयजल व बिजली सेवाएं है, मोबाइल नेटवर्क तो अभी पहुंचा ही नहीं है।
हिप्र के ऊर्जा मंत्री सुखराम चौधरी जब भरमौर उपमंडल की ग्राम पंचायत तुंदाह पहुंचे तो पंचायत प्रधान पिंकी देवी ने उन्हें क्षेत्र की समस्याओं से अवगत करवा कर समाधान की मांग की। पंचायत प्रधान पिंकी देवी ने कहा कि ढकोग-बन्नी सड़क मार्ग का कार्य पिछले कई वर्षों से चल रहा है लेकिन यह पूरा नहीं हो रहा है। सड़क निर्माण में सुरक्षा मानकों की अनदेखी की जा रही है जिस कारण हर वर्ष इस सड़क पर दुर्घटनाओं में कई लोगों की मृत्यु हो जाती है।
उन्होंने कहा कि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र तुंदाह भवन तो बन चुका है लेकिन स्टाफ न होने के कारण बीमार लोगों को मीलों दूर भरमौर या चम्बा स्थित अस्पताल जाना पड़ता है।
पेयजल समस्या पर उन्होंने कहा कि जल शक्ति विभाग ने कागजों पर योजनाएं तैयार कर रखी हैं जिन्हे ठेकेदारों ने आधा अधूरा तैयार कर लोगों को परेशान कर रखा है।नवम्बर से फरवरी माह तक लोगों को पानी के लिए परेशान होना पड़ता है। गुआड़ व सिलपड़ी पेयजल योजनाओं का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि ऐसी कई आधी अधूरी योजनाओं के कारण लोगों को पेयजल व सिंचाई से वंचित रहना पड़ता है।
उन्होंने कहा कि पंचायत के लिए बिजली बहाल करने के लिए लगाए गए खम्भों के बीच की दुरी मानकों से अधिक होने के कारण अक्सर तारें उलझ कर शॉर्टसर्किट का कारण बनती हैं। जिस कारण क्षेत्र में बिजली गुल रहती है। उन्होंने कहा कि क्षेत्र के लिए विद्युत लाईन जंगलों के बीच से पहुंचाई गई है। बिजली बाधित होने पर कर्मचारियों को भी मुरम्मत के लिए बर्फ में बिन रास्ते के जाना पड़ता है। लिहाजा इस विद्युत लाइन को सड़क मारेग के साथ साथ लाया जाए।
पिंकी देवी ने कहा कि पंचायत में मोबाइल नेटवर्क न होने के कारण होने वाली सामान्य लोगों की समस्याओं को भी छोड़ दिया जाए तो कोविड समस्या के कारण क्षेत्र के बच्चे शुरू हुई ऑनलाइन शिक्षा से भी वंचित हैं। जिन हालातों में यहां के बच्चे पढ़ रहे हैं उन्हें शब्दों में नहीं कहा जा सकता।
पंचायत प्रधान की समस्याओं के सुनने के बाद ऊर्जा मंत्री ने उनका हल करने का भरोसा दिया है। अब मंत्री व स्थानीय विधायक जिया लाल कपूर पंचायत की समस्याओं के समाधान में कितना समय लेते हैं यह देखना शेष है।