जिला स्तरीय स्वतंत्रता दिवस समारोह में सरवीण चौधरी ने फहराया झंडा

रोजाना२४,ऊना : जिला स्तरीय स्वतंत्रता दिवस समारोह राजकीय बाल वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला ऊना के प्रांगण में धूमधाम के साथ मनाया गया। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री सरवीण चौधरी ने राष्ट्रीय ध्वज फहराया तथा मार्च पास्ट की सलामी ली। स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं देते हुए अपने संबोधन में सरवीण चौधरी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व की सराहना की तथा कहा कि उनके नेतृत्व में भारत ने संघर्ष की स्थिति में पड़ोसी देशों को मुंह-तोड़ जवाब दिया तथा कोविड-19 के दौरान सही समय पर सही फैसले लिए, जिससे महामारी को रोकने में मदद मिली।सरवीण चौधरी ने कहा कि प्रदेश सरकार प्रत्येक वर्ग के कल्याण के लिए कार्य कर रही है। मंत्रिमण्डल की पहली ही बैठक में ही वृद्धजनों को सम्मान देते हुए सामाजिक सुरक्षा पेशन पाने की आयु सीमा को 80 वर्ष से घटाकर 70 वर्ष किया गया तथा इसमें कोई आय सीमा भी नहीं रखी गई। इस समय प्रदेश में 70 वर्ष से अधिक आयु के 2.85 लाख से अधिक वृद्धजन 1500 रुपये मासिक पेंशन प्राप्त कर रहे हैं। विधवाओं व दिव्यांगजनों की सामाजिक सुरक्षा पेंशन को भी बढ़ाकर 1000 रुपये प्रतिमाह किया गया है। कोरोना महामारी के दृष्टिगत 5.69 लाख पेंशनधारकों को सितम्बर, 2020 तक पेंशन का अग्रिम भुगतान कर दिया गया है, जिस पर अब तक 424.58 करोड़ रुपये व्यय किए गए हैं। गत अढ़ाई वर्षों में विभिन्न सामाजिक सुरक्षा पेंशन के 1,63,607 नए मामले स्वीकृत किए गए हैं।सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री ने कहा कि हिमकेयर योजना में प्रदेश के अब तक 5.50 लाख परिवार पंजीकृत हो चुके हैं व लगभग एक लाख से अधिक रोगी योजना के तहत अपना निशुल्क उपचार करवा चुके हैं, जिस पर 92 करोड़ रुपये से भी ज्यादा व्यय हुए हैं। उन्होंने कहा कि गरीब परिवारों के गंभीर बीमारियों से पीड़ित लोगों को आर्थिक सहायता के लिए सहारा योजना आरम्भ की है, जिसके तहत पात्र रोगियों को 2000 रुपये प्रतिमाह की दर से वित्तीय सहायता प्रदान की जा रही है। अब तक 9078 लाभार्थियों को 5.90 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता वितरित की जा चुकी है। इस राशि को बढ़ाकर 3000 रुपये प्रतिमाह करने का निर्णय लिया गया है। सरवीण चौधरी ने कहा कि हिमाचल गृहिणी सुविधा योजना के तहत 2.78 लाख से भी अधिक महिलाओं को निःशुल्क गैस कनेक्शन उपलब्ध करवाकर उनकी जीवनशैली में बदलाव लाया गया है। ऐसी पहल करने वाला यह प्रदेश अग्रणी राज्य बन गया है। जिला ऊना की उपलब्धियों का जिक्र करते हुए सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री सरवीण चौधरी ने कहा कि ऊना कृषि प्रधान जिला है तथा राज्य का खाद्यान्न भंडार भी कहा जाता है। जिला की 29 हजार हेक्टेयर भूमि पर गेहूं की खेती की जाती है और वर्ष 2019-20 में 57 हजार मीट्रिक टन गेहूं का उत्पादन हुआ। यही नहीं जिला ऊना में 9000 मीट्रिक टन आलू का उत्पादन भी हुआ है। सरवीण चौधरी ने कहा कि कोविड संकट के दौरान किसानों की सहायता के लिए एफसीआई ने कांगड़ तथा जलग्रां में दो खरीद केंद्र स्थापित किए तथा जो किसान लॉकडाउन के दौरान अपनी गेहूं बेचने के लिए पंजाब नहीं जा पा रहे थे, उनकी गेहूं की खरीद यहां की गई, जिससे किसानों को बड़ी सुविधा प्राप्त हुई। उन्होंने कहा कि किसान सम्मान निधि के तहत जिला ऊना में 49,237 किसानों को प्रति वर्ष 6 हजार रुपए की आर्थिक सहायता प्रदान की जा रही है।

परेड का हुआ आयोजन जिला स्तरीय स्वतंत्रता दिवस समारोह के दौरान पुलिस, होमगार्ड की टुकड़ियों ने भव्य मार्च पास्ट किया गया तथा सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री सरवीण चौधरी ने परेड की सलामी ली। कोरोना महामारी को देखते हुए इस बार सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन नहीं हुआ तथा कार्यक्रम के दौरान कोविड गाइडलाइन्स का पालन किया गया।

कोरोना वारियर्स किए सम्मानित कार्यक्रम के दौरान 10 सफाई कर्मचारियों. 7 आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं तथा 5 आशा कार्यकर्ताओं को सम्मानित किया गया। इससे पहले सरवीण चौधरी ने स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर शहीद स्मारक पर श्रद्धांजलि अर्पित की तथा शहीदों को नमन किया। इस अवसर पूर्व प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सतपाल सत्ती, एचपीएसआईडीसी उपाध्यक्ष प्रो. राम कुमार, जिला भाजपा अध्यक्ष मनोहर लाल, एपीएससी चेयरमैन बलबीर बग्गा तथा उपायुक्त ऊना संदीप कुमार सहित अन्य अधिकारी व गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।