हिमाचल प्रदेश में वर्ष 2030 तक वन क्षेत्र को 30 प्रतिशत तक बढ़ाने का लक्ष्य- वन मंत्री

रोजाना२४,चम्बा : हिमाचल प्रदेश में वन क्षेत्र को वर्ष 2030 तक वर्तमान 27.72 प्रतिशत से बढ़ाकर 30 प्रतिशत  करने का लक्ष्य तय किया गया है। वन, युवा सेवाएं एवं खेल मंत्री राकेश पठानिया ने यह बात आज चंबा जिला के बनीखेत में आयोजित 74वें जिला स्तरीय स्वतंत्रता दिवस समारोह के मौके पर बतौर मुख्य अतिथि शिरकत करते हुए अपने संबोधन के दौरान कही। उन्होंने कहा कि इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए अभियान को पूरे प्रदेश में 40 विभिन्न मंडलों में चिन्हित जगहों पर 21 जुलाई को वन महोत्सव आयोजित करके शुरू कर दिया गया है।महान देशभक्तों और स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान को स्मरण करते हुए वन मंत्री ने कहा की गत ढाई वर्षों में कीर्ति और शौर्य चक्र पुरस्कार विजेताओं को करीब 7.50 करोड़ रुपए के लाभ प्रदान किए हैं। युद्ध विधवाओं(वीर नारियों) की बेटियों को शादी के लिए दी जाने वाली आर्थिक सहायता राशि को भी 15 हजार रुपए से बढ़ाकर 50 हजार रुपए किया गया है। वन मंत्री ने यह भी कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा अब युद्ध अथवा अन्य सैन्य ऑपरेशन में शहीद सैनिकों के आश्रितों को 20 लाख रुपये जबकि अपंग हुए सैनिकों को 5 लाख रुपये तक की सहायता दी जा रही है। सामाजिक सुरक्षा के प्रति राज्य सरकार की वचनबद्धता को दोहराते हुए वन मंत्री ने कहा कि प्रदेश में 70 वर्ष से अधिक आयु के 2 लाख 85 हजार से अधिक वृद्धजन 1500 रुपये मासिक पेंशन प्राप्त कर रहे हैं। विधवाओं और दिव्यांगजनों की सामाजिक सुरक्षा पेंशन को भी अब बढ़ाकर 1000 रुपये प्रति माह कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि कोरोना महामारी के मद्देनजर 5 लाख 69 हजार पेंशन धारकों को सितंबर 2020 तक की पेंशन का अग्रिम भुगतान कर दिया गया है जिस पर अब तक 424 करोड़ 58 लाख रुपए खर्च किए गए। वन मंत्री ने यह भी कहा कि वर्तमान सरकार के कार्यकाल के दौरान विभिन्न सामाजिक सुरक्षा पेंशन के 1,63,607 नए मामले स्वीकृत किए जा चुके हैं। उन्होंने बताया कि कॉविड- 19 महामारी के कारण जनमंच आयोजित नहीं किए जा रहे हैं लेकिन सरकार ने जनमंच से एक कदम आगे बढ़कर आमजन की सुविधा के लिए शिकायत निवारण की एक नई ‘मुख्यमंत्री सेवा संकल्प हेल्पलाइन- 1100’ व्यवस्था शुरू की है। इस व्यवस्था केे माध्यम से जुलाई 2020 तक एक लाख से भी ज्यादा लोग लाभ उठा चुके हैैं।प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं की चर्चा करते हुए  वन मंत्री ने कहा कि  आयुष्मान भारत योजना की तर्ज पर  प्रदेश में हिम केयर योजना शुरू की गई है। योजना के तहत अब तक 5.50 लाख परिवार पंजीकृत हो चुके हैं जबकि करीब एक लाख रोगी योजना केे अपना उपचार करवा चुके हैं। इस पर 92 करोड़ से ज्यादा खर्च किया गया।इससे पूर्व वन मंत्री ने ध्वजारोहण किया और पुलिस व होम गार्ड की टुकड़ियों द्वारा प्रस्तुत मार्च पास्ट की सलामी भी ली। उन्होंने इको पार्क में पौधारोपण भी किया।

वन मंत्री ने समारोह के दौरान कोरोना योद्धाओं के अलावा परेड कमांडर, मार्च पास्ट में हिस्सा लेने वाले पलाटून कमांडरों व बेस्ट कैडेटों को सम्मानित किया।इस मौके पर विधान सभा उपाध्यक्ष हंस राज, विधायक विक्रम जर्याल व जिया लाल कपूर, जिला मार्केट समिति अध्यक्ष डीएस ठाकुर,राज्य अनुसूचित जाति एवं जनजाति विकास निगम उपाध्यक्ष जय सिंह,जिला भाजपा अध्यक्ष योग राज शर्मा, उपायुक्त विवेक भाटिया, पुलिस अधीक्षक डॉ मोनिका, नगर परिषद अध्यक्ष मनोज चड्ढा, डीपीएस निदेशक कैप्टन जीएस ढिल्लन समेत अन्य गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे।———–“वन मंत्री ने इन्हें किया सम्मानित” मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ राजेश गुलेरी, प्रोफेसर श्रीधर राव, डॉ पुनीत पराशर, डॉ क्षितिज शर्मा, डॉ शैलजा सूर्या, डॉ रन्जोत कुमार, उप निरीक्षक सुरजीत सिंह, सहायक उप निरीक्षक अनुभव कृष्ण, प्रवक्ता आईटी इमरान, टीजीटी नीरज भारद्वाज, अशोक बकारिया, महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता रेखा कुमारी, महिला स्वास्थ्य कर्ता दर्शना, पुरुष स्वास्थ्य कार्यकर्ता वकील चंद, फार्मासिस्ट दीपमाला, स्टाफ नर्स सुदेश बाला, डाटा एंट्री ऑपरेटर अनिल कुमार, हाउसकीपिंग कर्मी अजय कुमार, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता उषा देवी, आशा वर्कर कंचन।