कोरोना संकट में ‘कर्मवीरों’ की भूमिका में रहे लोग – उपायुक्त

रोजाना24,ऊनाः कोविड-19 जैसी नई तरह की चुनौती में जहां लोगों को अलग-अलग तरह की मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है, वहीं कुछ संस्थाएं एवं व्यक्ति समाज के सामने मिसाल बनकर सामने आ रहे हैं। जिला ऊना की अनेक संस्थाओं तथा व्यक्तियों ने अपने प्रयासों से संकट की घड़ी में दूसरों की मदद की और कोरोना कर्मवीर की भूमिका निभाई। किसी ने धन तो किसी ने राशन, तो किसी ने कोरोना योद्धाओं के लिए सामग्री, तो किसी ने श्रम दान कर इंसानियत की मदद की। जिला ऊना के निवासियों ने छोटी-छोटी आर्थिक मदद की तो कुछ व्यक्तियों ने अपनी एक महीने की सैलरी दान दी तो किसी ने पेंशन। इस तरह से जिला निवासियों की मदद से जिला आपदा राहत कोष में 18 जून 2020 तक 51.67 लाख इक्टठा हुए। मुख्यमंत्री राहत कोष में भी जिला के लोगों ने अपने सामर्थ्य के अनुसार दान दिया और ऊना से 8.42 लाख रुपए भेजे गए। प्रधानमंत्री राहत कोष में 5.22 लाख रुपए दान स्वरूप प्रदान किए गए। सिर्फ धन ही नहीं कोरोना योद्धाओं के लिए सामग्री प्रदान करने में भी ऊना पीछे नहीं रहा। विभिन्न सामाजिक संस्थाओं, कंपनियों तथा अन्य लोगों ने मास्क, सैनिटाइजर तथा पीपीई किट्स जिला प्रशासन ऊना को दान में दी। प्रशासन को सैनिटाइजर की 500 मिलीलीटर की 440 बोतलें, 100 मिलीलीटर की 900 बोतलें तथा 5 लीटर के 200 कैन प्राप्त हुए। साथ ही 18,500 ट्रिपल लेयर मास्क, 200 एन-95 मास्क, 460 पीपीई किट्स, 500 फेस शील्ड्स, 900 नाइट्रेट गल्ब्स तथा 4 थर्मल स्कैनर दान में मिले। संस्थाओं के इस सहयोग से कोरोना से लड़ाई में बड़ी मदद मिली।13,192 राशन पैकेट वितरित किए गए । लॉकडाउन में जब कामकाज ठप्प था तथा श्रमिकों के सामने रोजी रोटी का संकट था, तो प्रवासी मजदूरों सहित दूसरे जररूतमंद परिवारों को प्रशासन द्वारा 13,192 राशन के पैकेट प्रदान किए गए। इसमें से भी अधिकतर राशन विभिन्न संस्थाओं व व्यक्तियों ने जिला प्रशासन को दान में दिया। जिला ऊना में कर्फ्यू लगने के बाद आटा, चावल, दाल, चीनी, नमक व मसालों सहित कुल 1512 क्विंटल राशन दान से प्राप्त हुआ। इसके अलावा 5,234 लीटर खाद्य तेल भी दान से ही मिला

डीसी संदीप कुमार ने जताया आभार उपायुक्त ऊना संदीप कुमार ने सभी सामाजिक संस्थाओं तथा व्यक्तियों को जिला प्रशासन का साथ निभाने के लिए आभार जताया है। उन्होंने कहा कि ऊना निवासियों ने न सिर्फ धन, सामग्री तथा राशन से प्रशासन की मदद की, बल्कि बहुत से वॉलंटियर्स ने भी सराहनीय योगदान दिया। राशन के वितरण से लेकर जरूरतमंदों को दवाएं घर-द्वार तक पहुंचाने में काफी व्यक्ति आगे आए तथा उन्होंने मानवता की सहायता में सहयोग दिया। डीसी ने कहा कि वह होटल इंडस्ट्री से जुड़े लोगों का भी धन्यवाद करना चाहते हैं, जिन्होंने अपने होटल संस्थागत क्वांरटीन बनाने के लिए कम दाम पर जिला प्रशासन को उपलब्ध करवाए। जिला ऊना पहला राज्य का पहला ऐसा जिला है, जिसने संस्थागत क्वारंटीन को अपनाया और इससे कोरोना संक्रमण की रोकथाम में मदद मिली। 

संकट अभी खत्म नहीं हुआ, मानें नियम वीरेंद्र कंवर ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री वीरेंद्र कंवर ने कहा है कि जिला ऊना निवासियों ने कोरोना संकट में पूर्ण सहयोग दिया, जिसके लिए सभी का धन्यवाद। कोरोना से निपटने के लिए लोगों ने स्वास्थ्य विभाग की गाइडलाइन्स को माना तथा जिला के महिला स्वयं सहायता समूहों ने आवश्यकतानुसार मास्क भी बनाकर प्रदान किए। उन्होंने कहा कि कुटलैहड़ विधानसभा क्षेत्र के लोगों ने मुख्यमंत्री राहत कोष में 30 लाख रुपए दान दिए तथा 80 हजार मास्क उपलब्ध करवाए। कंवर ने कहा कि संकट अभी समाप्त नहीं हुआ है इसलिए दो गज की दूरी ने नियम का पालन करें, अपने मोबाइल पर आरोग्य सेतु ऐप डाउनलोड करें तथा व्यक्तिगत स्वच्छता के साथ-साथ बाहर निकलने से पहले अपना मुंह अवश्य ढकें, तभी कोरोना महामारी से बच सकते हैं।