रोजाना24,चम्बा : 6 जून को चम्बा जिला के भरमौर क्षेत्र के मांडो गांव के युवक पर भेड़ें चराने के दौरान हमला कर दिया था.जिस कारण मनीष नामक युवक गम्भीर रूप से घायल हो गया था.भालू ने मनीष के करीब 80% चेहरे को चीर-फाड़ डाला है.
युवक का जल्द उपचार करवाने के लिए एक ओर उसके परिवारजन अस्पताल में व्यस्त थे जिस कारण दुर्घटना के लिए विभाग से मुआवजा प्राप्त करना परिवार की प्राथमिकता में दूसरे पायदान में थी. लेकिन दूसरी ओर वन विभाग के अधिकारी कर्मचारियों ने पीड़ित युवक को राहत दिलवाने के लिए त्वरित कार्यवाही शुरू कर दी.उन्होंने इस अपनी प्राथमिकता वाले कार्यों मे सबसे ऊपर रखा. विभागीय अधिकारियों ने दुर्घटना वाले दिन से ही आवश्यक कागजी कार्यवाही शुरू कर आज चौथे दिन पीड़ित युवक को 75 हजार रुपये की आर्थिक मदद मुहैया करवा दी.
वन मंडल अधिकारी सन्नी वर्मा ने कहा कि मुआवजे की राशी पाने के लिए परिवार के लोगों को काफी समय लग सकता था क्योंकि घायल युवक के स्वजन उसके उपचार कार्य में जुटे हैं वे उपचार पूरा होने के बाद ही मुआवजे के लिए आवेदन प्रक्रिया कर पाते.ऐसे में “विभाग ने निर्णय किया कि संकट के इस समय विभाग घायल को उसका हक उसके ठीक होने से पूर्व दिलवाया जाएगा” वन मंडल अधिकारी ने कहा कि विभागीय कर्मचारियों अधिकारियों की टीम ने पंचायत प्रधान से लेकर अस्पताल के चिकित्सकों तक की आवश्यक रिपोर्टें स्वयं हासिल कर मुआवजे की कार्यवाही को चार दिन में पूरा कर घायल के खाते में 75 हजार रुपये की राशी भेज दी है.
उन्होंने कहा कि विभाग द्वारा ऐसी घटनाओं में चिकित्सक द्वारा जारी प्रमाण पत्र के आधार पर डेढ लाख रुपये की राहत राशी प्रदान करने का प्रावधान है लेकिन इस घटना में सौभाग्य से युवक के किसी अंग को स्थाई क्षति नहीं पहुंची है.उन्होंने कहा कि हमारे भेड़ पालकों के साथ भालुओं की अक्सर मुठभेड़ हो जाती है.क्योंकि भेड़ पालक अपने व्यवसाय के कारण जंगली जानवरों के आवास स्थली में पहुंच जाते हैं.ऐसे वक्त में उन्हें ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत है.