रोजाना24,चम्बा (भरमौर) : पिछले कई वर्षों से मणिमहेश न्यास भरमौर क्षेत्र के प्रसिद्ध मंदिरों की देखरेख की जिम्मेदारी सम्भाले हुए है.लेकिन व्यवस्थाओं को अमलीजामा पहनाने के लिए न्यास के पास कोई उपविधि (बायलॉज़) नहीं बने हैं.जिस कारण न्यास संचालन में कई दिक्कतें पेश आ रही हैं.बायलॉज़ बन जाने के बाद न्यास अपना स्टाफ तैनात कर सकेगा.बायलॉज में जो प्रावधान करने होंगे इस पर सुझावों के लिए चौरासी मंदिर पुजारियों 5 मार्च को बैठक के लिए आमंत्रित किया गया है.बैठक लघु सचिवालय भरमौर स्थित सभागार में होगी
सूत्रों के अनुसार बायलॉज़ में पुजारियों को न्यास में किस प्रकार व कितनी हिस्सेदारी दी जाए यह तय होगा.वहीं न्यास पूजा के लिए पुजारी तैनात करने पर भी विचार कर रहा है.
मणिमहेश न्यास सदस्य सचिव एवं उपमंजलाधिकरी मनीष सोनी ने कहा कि गत 2 दिसम्बर को भी चौरासी मंदिर पुजारियों को इस संदर्भ में बैठक हेतु आमंत्रित किया गया था लेकिन उस वक्त कोई भी पुजारी बैठक में नहीं पहुंचा था.उन्होंने कहा कि इस मामले में यह अंतिम बैठक बुलाई जा रही है जिसमें पुजारियों को बायलॉज़ तैयार करने में सहयोग मांगा जा रहा है.पुजारी अगर इस बैठक में नहीं पहुंचते तो न्यास अपने स्तर पर ही बायलॉज़ तैयार कर मंदिर आयुक्त एवं उपयुक्त चम्बा के समक्ष अनुमोदन के लिए प्रस्तुत करेगा.
न्यास के अधीन अन्य मंदिरों के सम्बंधित दावा जताने वाले अन्य लोगों से भी अपना दावा तर्कपूर्ण प्रस्तुत करने व आपत्ति या दर्ज करने की अपील की है.