हड़सर से मणिमहेश झील तक प्रीफैब्रीकेटेड शौचालयों के निर्माण के लिए 25 लाख की राशि मंजूर.

रोजाना24,चम्बा : जिला स्वच्छ भारत मिशन( ग्रामीण) की जिला स्तरीय समिति की बैठक आज  डीआरडीए सभागार में संपन्न हुई।  बैठक की अध्यक्षता जिला स्वच्छ भारत मिशन( ग्रामीण) के अध्यक्ष डीएस पठानिया ने की ।

बैठक का मुख्य उद्देश्य जिला ठोस एवं तरल कचरा प्रबंधन प्लान को मंजूरी देना भी था। बैठक के दौरान प्लान को लेकर विस्तार से चर्चा की गई और उसके बेहतर कार्यान्वयन से जुड़े विभिन्न पहलुओं की भी समीक्षा हुई ।

प्रसिद्ध एवं धार्मिक मणिमहेश यात्रा के दौरान आने वाले लाखों श्रद्धालुओं के दृष्टिगत हड़सर से मणिमहेश झील तक प्रीफैबरीकेटेड शौचालयों के निर्माण के लिए 25 लाख रुपए की धनराशि खंड विकास अधिकारी भरमौर को जारी करने को लेकर भी मंजूरी दी गई।  खंड विकास अधिकारी भरमौर को निर्देश दिए गए कि इन सभी प्रीफैब्रीकेटेड शौचालयों का निर्माण मणिमहेश यात्रा शुरू होने से पूर्व संपन्न कर लिया जाए । 

डीएस पठानिया ने कहा कि मार्च महीने के पहले सप्ताह से प्लान पर कार्य शुरू हो जाएगा । कचरे के निष्पादन के लिए आवश्यक मशीनरी स्थापित करने के लिए 25 मार्च तक का समय तय किया गया है। मार्च के पहले सप्ताह से ही कलस्टर और ग्राम पंचायत स्तर पर सिविल कार्य का निर्माण भी शुरू कर दिया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि तरल कचरा प्रबंधन से जुड़ी सभी गतिविधियों को 31 अगस्त 2020 तक पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।

जिला के विभिन्न विकास खंडों में आठ क्लस्टर बनाए गए हैं। जिनमें मैहला, चंबा, पांगी, तीसा,  भरमौर और सलूणी विकास खंडों में 1-1 जबकि भटियात में 2  क्लस्टर रहेंगे। मैहला के कुरांह  क्लस्टर में 12 पंचायतें,  चंबा के हरिपुर में 10,  पांगी के किलाड़ 4,  भटियात के मनोला और सिहुंता में 28 तीसा के भंजराडू  में 2, भरमौर के भरमौर क्लस्टर में 4 जबकि सलूणी के सुंडला क्लस्टर में 8 पंचायतें शामिल रहेंगी।  

डीएस पठानिया ने कहा कि क्लस्टर एप्रोच के तहत प्लास्टिक श्रेडर,  बेलिंग मशीन और इंसीनरेटर के अलावा वेंडिंग मशीन का उपयोग किया जाएगा ताकि कचरे का सही निस्तारण हो सके। शिक्षा विभाग के अधिकारियों को यह निर्देश दिए गए कि स्कूलों में मौजूद शौचालयों के लिए पानी की टंकियों की व्यवस्था हर हाल में सुनिश्चित की जाए तभी शौचालय साफ सुथरे रह सकते हैं I बैठक में अतिरिक्त उपायुक्त रेपसवाल,  परियोजना अधिकारी एवं उप निदेशक जिला ग्रामीण विकास अभिकरण सौरभ जस्सल के अलावा विभिन्न विभागों के अधिकारी और जिला के खंड विकास अधिकारी भी मौजूद रहे.