रोजाना24,चम्बा (रवि) : पुलिस अधीक्षक डॉ मोनिका ने कहा कि मानव अधिकार के संरक्षण तथा सामाजिक न्याय की प्राप्ति में पुलिस की भूमिका सबसे अहम रहती है । न्याय प्राप्ति के लिए पुलिस के पास आने वाले पीड़ित पक्ष के प्रति जिम्मेवारी एवं कर्तव्य निष्ठा के साथ किए गए कार्यों से जहां एक और लोगों का पुलिस के प्रति विश्वास बना रहता है वही लोगों के अधिकारों की रक्षा भी होती है । वह आज पुलिस लाइन परिसर में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सौजन्य से आयोजित भारतीय संविधान की प्रस्तावना, मौलिक कर्तव्यों व आम आदमी के मौलिक और विधिक अधिकारों को लागू करने में पुलिस की भूमिका पर आधारित एक दिवसीय कार्यशाला में बतौर मुख्य अतिथि शिरकत करते हुए बोल रही थीं ।
उन्होंने यह भी कहा कि लोगों के कानूनी अधिकारों को संरक्षित रखने के लिए पुलिस पूर्ण तौर पर प्रतिबद्ध है । शिकायत पर दर्ज की जाने वाली एफआईआर के तथ्यों की कर्तव्यनिष्ठत्त्ता से किए जाने वाले अन्वेषण कार्यों से ही पुलिस के प्रति आम लोगों का भरोसा बढ़ता है ।
“खाकी वाली सखी” मुहिम का जिक्र करते हुए पुलिस अधीक्षक ने कहा कि जिले में घरेलू हिंसा से प्रभावित हो रही महिलाओं को पेश आ रही समस्याओं से शीघ्र और प्रभावी तौर पर निजात मिल रही है ।
इस मौके पर सचिव जिला विधिक सेवाएं प्राधिकरण एवं अतिरिक्त मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी पंकज गुप्ता ने कहा कि भारत के संविधान को अपनाने की 70 वीं वर्षगांठ के उपलक्ष पर एक साल तक चलने वाले (26 नवंबर 2019 से 26 नवंबर 2020 तक ) कार्यक्रमों के तहत जिले में विभिन्न संस्थाओं- विभागों के माध्यम से संविधान के प्रावधानों, मौलिक कर्तव्ययों व अधिकारों के प्रति जागरूकता के लिए कार्यशालाओं का आयोजन किया जा रहा है ।
कार्यशाला के दौरान पंकज गुप्ता ने पीड़ित शिकायत कर्ताओं को राज्य सरकार व केंद्र सरकार द्वारा प्रदान की जाने वाली आर्थिक सहायता में पुलिस की भूमिका पर आधारित महत्वपूर्ण जानकारी भी प्रदान की ।
इस अवसर पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रमन शर्मा ने अन्वेषण कार्यों के दौरान अभियुक्तों के अधिकारों के प्रति पुलिस की भूमिका के संदर्भ में विस्तृत जानकारी प्रदान की ।
कार्यशाला में अधिवक्ता हिमांक्षी गौतम द्वारा शिकायतकर्ता व गवाहों के संदर्भ में पुलिस की भूमिका के विषय में जानकारी के अतिरिक्त इस संदर्भ में विभिन्न न्यायालयों द्वारा दिए गए निर्णय की जानकारी भी सांझा की ।
इस अवसर पर उप पुलिस अधीक्षक अजय कुमार , रमाकांत समेत जिला पुलिस के विभिन्न अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे ।