रोजाना24,चम्बा : किलोड़ वार्ड के जिला परिषद सदस्य ललित ठाकुर द्वारा जियालाल कपूर व सांसद राम स्वरूप शर्मा पर की गई टिप्पणी ने भाजपा के गुस्से को भड़का दिया है.भरमौर मुख्यालय में भाजपा प्रतिनिधियों ने पत्रकारों को सम्बोधित करते हुए कहा कि ललित ठाकुर ने विधायक जियालाल कपूर व सांसद रामस्वरूप शर्मा के प्रति अशोभनीय शब्दों भरी अमर्यादित टिप्पणी की है जोकि बर्दाश्त नहीं की जाएगी.यहां पत्रकारों को सम्बोधित करते हुए ग्राम पंचायत उल्लांसा की प्रधान कुशला देवी,लामू की प्रधान निमा देवी,ग्राम पंचायत गरोला की प्रधान तृप्ता देवी,ग्राम पंचायत सांह के प्रधान अशोक कुमार,ग्राम पंचायत चन्हौता के पूर्व प्रधान वचित्र सिंह,क्वारसी के पूर्व प्रधान मंगत राम,उल्लांसा के पूर्व प्रधान रमेश सुलाखरिया,भाजपा जिला उपाध्यक्ष सुभाष कुमार,भाजपा मंडल मीडिया प्रभारी अनिल कुमार,व सिरमौरी राम सहित अन्य भाजपा कार्य कर्ताओं ने कहा कि जियालाल को भरमौर पांगी की जनता ने भारी बहुमत से विस सभा में भेजा है तो ललित ठाकुर यह कहना चाहते हैं कि भारमौर पांगी को लोगों को अपना नेता चुनने नहीं आता ? उन्होंने कहा कि निम्न स्तर की जिस भाषा का प्रयोग जियालाल कपूर के लिए किया गया है दरअसल उनकी ऐसी सोच भरमौर पांगी विषय क्षेत्र की जनता के प्रति है.जो व्यक्ति जनादेश को ही गलत ठहरा रहा हो वह राजनीति योग्य नहीं है.
इस दौरान उन्होंने ललित ठाकुर को ही सवालों के कठघरे में खड़ा करते हुए कहा कि ललित ठाकुर स्वयं निर्णय नहीं कर पाते कि वे किस पार्टी से सम्बंधित हैं कभी वे कांग्रेस कभी भाजपा कभी हिविकां तो कभी शिवसेना में शामिल हो जाते हैं.जहां लाभ दिखा उस पार्टी में चले जाना यह उनकी सोच व मानसिकता को दर्शाने के लिए पर्याप्त है.ऐसे में उन्हें जियालाल व रामस्वरूप के विरुद्ध बोलने का कोई अधिकार नहीं है.
रमेश सुलाखरिया ने कहा कि विकास के मुद्दे पर अगर वे टिप्पणी कर नहीं पाते क्योंकि जिस कांग्रेस में वे शरण लिए हुए हैं उस कांग्रेस ने तो कोई विकास कार्य किया नहीं है,ऐसे में वे किस मुंह से विकास की बातें करेंगे.
उन्होंने कहा कि ललित ठाकुर को जियालाल व रामस्वरूप शर्मा के विरुद्ध दी गई अभद्र टिप्पणी पर सार्वजनिक मंच से क्षमा मांगनी होगी.
उधर इस बारे में किलोड़ वार्ड क जिला परिषद सदस्य ललित ठाकुर ने कहा कि उन्होंने न तो कोई अभद्र शब्दों का प्रयोग किया व न ही अमर्यादित भाषा कही है तो माफी का सवाल ही नहीं उठता.उन्होंने विकास कार्यों में फेल हुए विधायक व सांसद से प्रश्न पूछे हैं कि लिहल चूड़ी मार्ग पर पिछले एक वर्ष से बस क्यों नहीं चली,राड़ी रोड़ कब ठीक होगा,डिस्पैंसरी व स्कूलों के रिक्त पद कब भरे जाएंगे अगर यह पूछना भी मर्यादा के खिलाफ है तो वे ऐसे प्रश्न पूछना जारी रखेंगे.