रोजाना24,चम्बा :- प्राथमिक शिक्षक संघ भरमौर के अध्यक्ष सुरिन्दर पटियाल ने प्रैस विज्ञप्ति जारी करते हुए कहा कि भरमौर शिक्षा खंड में बच्चों की शिक्षा खंड प्रारम्भिक शिक्षा अधिकारी के गैरजिम्मेदाराना निर्णयों के प्रभावित हो रही है.उन्होंने कहा कि प्राथमिक स्कूल बड़ग्राम के लिए युक्तिकरण के तहत राप्रापा मलकौता में तैनात अध्यापक उमेश कुमार को तीन माह पूर्व बड़ग्राम स्कूल में तैनात किया गया था.लेकिन उसे अब तक बड़ग्राम स्कूल नहीं भेजा गया जिस कारण वहां करीब चालीस बच्चों एसएमसी अध्यापक पर निर्भर होना पड़ रहा है.सुरिन्दर पटियाल ने कहा कि मैहतर स्कूल में स्थानांतरित किये गए अध्यापक को भी नियमों को दरकिनार करते हुए वरिष्ठ अध्यापक के बजाए कनिष्ठ अध्यापक को स्थान्तरित कर दिया गया.
उन्होंने कहा कि दो दिन पूर्व खणी में हुए जोनल खेलकूद प्रतियोगिताओं के लिए क्लस्टर से अध्यापकों की ड्यूटी लगाने के बजाए ऐसे स्कूलों से अध्यापकों की ड्यूटी लगा दी गई कि पीछे स्कूल में बच्चों को पढ़ाने के लिए कोई मौजूद नहीं था.खंड प्रारम्भिक शिक्षा अधिकारी को अध्यापक संघ के साथ बैठक कर प्रतियोगिता की कार्ययोजना तैयार करनी चाहिए थी.प्रतियोगिता में भाग लेने वाले खिलाड़ियों को न तो प्रमाणपत्र दिए गए व न ही कोई मैडल अथवा ट्रॉफी खिलाड़ियों को दी गई जिससे कि खिलाड़ी बच्चों का खेलों के प्रति मनोबल बढ़ता.
गौरतलब है कि खंड प्रारम्भिक कार्यालय में डाक व मीटिंग के नाम पर हर रोज दर्जनों अध्यापकों का जमावड़ा लगा रहता जिस कारण पीछे स्कूलों में बच्चों की पढ़ाई प्रभावित होती है.अगर खंड प्रारम्भिक शिक्षा कार्यालय व हर केंद्रीय स्कूल में सीसीटीवी अथवा बायो मीट्रिक प्रणाली से उपस्थिति सुनिश्चित की जाए ताकि हर अध्यापक की उपस्थिति का पता चल सके.हालांकि इस शिक्षा खंड के अंतर्गत आने वाले सभी अध्यापक शिक्षा खंड अधिकारी के साथ व्हाट्स एप ग्रुप के माध्यम से जुड़े हुए हैं.लेकिन इसके बावजूद कार्यालय में हर रोज अध्यापकों का जमावड़ा चिंतनीय विषय है.जिस पर सरकार को ध्यान देने की आवश्यकता है.
संघ अध्यक्ष के गम्भीर आरोपों पर जब खंड प्रारम्भिक शिक्षा अधिकारी अर्जुन सिंह से उनका पक्ष पूछा गया तो उन्होंने कहा कि बड़ग्राम के लिए स्थानान्तरित अध्यापक के आदेश केंद्र मुख्य शिक्षक को जारी किये जा चुके हैं अभी वहां उन्होंने बड़ग्राम स्कूल में ज्वाईन क्यों नहीं किया इस पर वे केंद्र मुख्य शिक्षक से जबव तलब करेंगे.वहीं खेल प्रतियोगिता में जिन स्कूलों के बच्चे भाग ले रहे थे उससे सम्बन्धित अध्यापक का प्रतियोगिता में पहुंचना जरूरी रहता है.वहीं प्रतियोगिता में हर क्लस्टर से अध्यापकों की ड्यूटी लगाई गई थी.उन्होंने कहा कि वे सभी अध्यापकों से समन्वय बिठाकर कार्य कर रहे हैं.