📰 मणिमहेश ट्रस्ट की टेंडर प्रक्रिया पर ठेकेदार संघ ने उठाए सवाल – पारंपरिक यात्रा शुरू होने में अब दो महीने से भी कम समय

भरमौर, चंबा: मणिमहेश ठेकेदार संघ भरमौर ने श्री मणिमहेश ट्रस्ट पर शौचालय निर्माण से जुड़ी निविदा प्रक्रिया में पारदर्शिता की कमी का आरोप लगाते हुए रद्द की गई निविदाओं के संबंध में लिखित स्पष्टीकरण की मांग की है। संघ का कहना है कि यह मुद्दा ठेकेदारों के बीच गंभीर चिंता का विषय बना हुआ है और इससे आगामी कार्यों की व्यवहार्यता पर सवाल खड़े हो रहे हैं।

📑 निविदा प्रक्रिया का पूरा विवरण

श्री मणिमहेश ट्रस्ट भरमौर, जिला चंबा द्वारा 17 मई, 2025 को शौचालय निर्माण कार्य के लिए निविदा प्रकाशित की गई थी। मूल अंतिम तिथि 3 जून, 2025 थी, जिसे 28 मई को संशोधित कर 9 जून, 2025 कर दिया गया। भरमौर क्षेत्र के पंजीकृत ठेकेदारों ने नई तिथि के अनुसार अपनी बोलियां जमा कीं।

10 जून को तकनीकी बोलियां खोली गईं, जिसमें तीन ठेकेदारों के दस्तावेज वैध पाए गए और कार्यकारी रजिस्टर पर हस्ताक्षर भी किए गए। इसके बाद समिति के अध्यक्ष द्वारा मौखिक रूप से वित्तीय बोलियों के लिए आमंत्रित किया गया।

ठेकेदारों ने बताया कि उन्होंने अनुमानित लागत से 8% अधिक दर की पेशकश की थी। इस पर समिति अध्यक्ष ने आगामी कार्यवाही के लिए बुलाने का मौखिक आश्वासन दिया था।

निविदा रद्द और स्पष्टता का अभाव

इसके बाद निविदाएं अचानक रद्द कर दी गईं, लेकिन कोई भी लिखित कारण उपलब्ध नहीं कराया गया। जब ठेकेदारों ने बातचीत के माध्यम से कारण जानना चाहा, तो बताया गया कि ट्रस्ट 5% से अधिक की दर स्वीकार नहीं कर सकता, और यह भी कि आठ में से सिर्फ तीन ही टेंडर प्राप्त हुए। ठेकेदार संघ का कहना है कि इनमें से कोई भी शर्त मूल निविदा दस्तावेज में शामिल नहीं थी।

🔄 पुनः प्रकाशित निविदा पर भी स्थिति अस्पष्ट

संघ ने यह भी प्रश्न उठाया है कि 16 जून से 23 जून 2025 के बीच पुनः प्रकाशित की गई निविदा में ठेकेदारों को पहले दी गई मौखिक शर्तों को शामिल किया गया है या नहीं – इस पर कोई स्पष्टता नहीं है।

🕒 अब मुख्य मणिमहेश यात्रा में दो महीने से भी कम समय शेष

संघ के अध्यक्ष श्री शिव कुमार ने यह भी कहा कि पारंपरिक श्री मणिमहेश यात्रा 16 अगस्त से 30 अगस्त, 2025 तक आयोजित होनी है और अब इसमें दो महीने से भी कम समय बचा है। ऐसे में, यदि निविदाएं अभी जारी होंगी और कार्य वर्षा ऋतु में प्रारंभ होगा, तो ठेकेदारों के लिए सार्वजनिक स्थानों पर निर्माण कार्य करना अत्यधिक कठिन हो जाएगा।

इस स्थिति में सवाल उठता है कि क्या मानसून की परिस्थितियों में गुणवत्ता सुनिश्चित करते हुए समय पर निर्माण पूरा हो पाएगा? इस विषय पर कोई स्पष्ट दिशा-निर्देश या योजना सामने नहीं आई है।

📢 संघ की मांग

श्री मणिमहेश ठेकेदार संघ भरमौर ने अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी से रद्द की गई निविदाओं के पीछे का कारण लिखित रूप में प्रस्तुत करने की मांग की है और निविदा प्रक्रिया में पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित करने पर बल दिया है।

यह मामला न केवल स्थानीय ठेकेदारों के कार्य अधिकार से जुड़ा है, बल्कि यह यात्रा से जुड़े सार्वजनिक हित और निर्माण कार्यों की गुणवत्ता पर भी प्रभाव डाल सकता है। संघ को आशा है कि संबंधित अधिकारी शीघ्र स्पष्टीकरण प्रदान करेंगे और प्रक्रिया को न्यायोचित रूप से आगे बढ़ाया जाएगा।