हिमाचल प्रदेश सरकार ने हिम केयर योजना के तहत अब तक तकरीबन 1.5 लाख परिवारों को 143 करोड़ रुपये की आर्थिक मदद दी जा चुकी है। केयर योजना के अंतर्गत लाभार्थियों को पारिवारिक स्वास्थ्य बीमा द्वारा 5 लाख रुपये तक का स्वास्थ्य बीमा प्रदान किया जा रहा है। इस योजना से आयुष्मान भारत योजना में शामिल नहीं हो पाने वाले लोगों को आर्थिक सहायता मिलती है।
योजना के तहत विभिन्न जिलों में लाभार्थियों की संख्या और क्लेम राशि का विवरण निम्नलिखित है:
- बिलासपुर: बिलासपुर जिले में 8,987 परिवारों को 7.28 करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान की गई है।
- चंबा: चंबा जिले में 5,922 परिवारों को 5.34 करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान की गई है।
- हमीरपुर: हमीरपुर जिले में 14,554 परिवारों को 9.21 करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान की गई है।
- कांगड़ा: कांगड़ा जिले में 35,430 परिवारों को 34.95 करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान की गई है।
- किन्नौर: किन्नौर जिले में 1,541 परिवारों को 1.89 करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान की गई है।
- कुल्लू: कुल्लू जिले में 12,382 परिवारों को 8.48 करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान की गई है।
- लाहौल स्पीति: लाहौल स्पीति जिले में 391 परिवारों को 34 लाख रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान की गई है।
- मंडी: मंडी जिले में 19,639 परिवारों को 18.29 करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान की गई है।
- शिमला: शिमला जिले में 13,266 परिवारों को 19.86 करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान की गई है।
- सिरमौर: सिरमौर जिले में 13,756 परिवारों को 9.45 करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान की गई है।
- सोलन: सोलन जिले में 13,433 परिवारों को 10.50 करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान की गई है।
- ऊना: ऊना जिले में 9,684 परिवारों को 5.79 करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान की गई है।
- पिग्मेर, चंडीगढ़: पिग्मेर, चंडीगढ़ में 2,172 परिवारों को 12.57 करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान की गई है।
हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा चलाई जा रही हिम केयर योजना का उद्देश्य आयुष्मान भारत योजना में शामिल नहीं हो पाने वाले लोगों को सहायता प्रदान करना है। इस योजना के अंतर्गत पारिवारिक स्वास्थ्य बीमा का लाभ प्राप्त करने वाले लोगों को एक परिवार के सभी 5 सदस्यों के लिए 5 लाख रुपये तक का स्वास्थ्य बीमा मिलता है। यह बीमा उन लोगों के लिए महत्वपूर्ण है, जिनके पास आयुष्मान भारत योजना के लाभ नहीं हैं, और वे आर्थिक रूप से पिछड़े हुए हैं। इससे उन्हें बीमारी के वक्त आर्थिक स्थिति से निपटने में मदद मिलती है।
हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा चलाई जा रही हिम केयर योजना ने एक महत्वपूर्ण सेवा के रूप में साबित होती है, जो समाज के सबसे कमजोर वर्ग के लोगों के लिए बेहद मददगार साबित हो सकती है।