रोजाना24, चम्बा 25 अक्तूबर : विस क्षेत्र भरमौर में भाजपा ने दो चुनावों के बाद इस बार फिर से प्रत्याशी का चेहरा बदल दिया है। इस बार भाजपा ने आईजीएमसी शिमला के वरिष्ठ चिकित्सा अधीक्षक एवं प्रसिद्ध न्यूरोसर्जन डॉ जनक राज को अपना प्रत्याशी बनाया है।
वर्ष भर पूर्व से ही निवर्तमान विधायक जियालाल के कामकाज से नाखुश लोगों की राय पर भाजपा हाई कमान ने नये चेहरे के रूप में तलाश शुरू कर दी थी और इसका आभास भाजयुमो जिलाध्यक्ष अनिल कुमार को भी हो गया था। ऐसे में उनके समर्थकों ने भाजयुमो की ताकत का उपयोग अपने जिलाध्यक्ष को ही पार्टी प्रत्याशी बनाने में उपयोग करना आरम्भ कर दिया । मोर्चा सदस्यों का अंदाजा था कि अगर विधायक की टिकट कटेगी तो शायद पहला हक भाजयुमो जिलाध्यक्ष का होगा क्योंकि इस समय भाजयुमो जिलाध्यक्ष अनिल कुमार के पास संगठन के सदस्यों के अलावा जिला परिषद सदस्य होने का प्रभावी पक्ष था। हालांकि मोर्चा सदस्यों को विदित था कि पिछले विस चुनाव में डॉ जनक राज ने भी भाजपा से टिकट की मांग की थी लेकिन टिकट जिया लाल कपूर को मिला था। जिसके बाद डॉ जनक राज अपने समर्थकों पार्टी में रह कर कार्य करने की नसीहत देकर निकल गए। चूंकि डॉ जनक राज गैर राजनीतिक पृष्ठभूमि से सम्बंध रखते हैं इसलिए भी मोर्चा सदस्य टिकट पर अपनी दावेदारी पर प्राथमिकता जता रहे थे।
जबकि उन्हें यह बात भी भली भान्ति पता थी कि डॉ जनक राज आरएसएस में गहरे जमे हुए हैं और पिछले चुनाव के बाद से वे अपने लक्ष्य को पाने में फिर से जुट गए। पिछले पांच वर्षों में डॉ जनक राज जहां सुगम व त्वरित उपचार उपलब्ध करवाने के प्रयास में खूब लोकप्रियता पा गए लेकिन वे उस समय प्रदेश से लेकर केंद्रीय स्तर के नेताओं की दृष्टि में आ गए जब उन्होंने आईजीएमसी शिमला की भूमि पर अवैध कब्जा करने के मामले कड़ी कार्यवाही करते हुए परीसर की भूमि को खाली करवाया।
गौरतलब है कि इस भूमि पर से कब्जा हटाने के लिए किसी की भी हिम्मत नहीं हो रही थी। यहां तक कि भाजपा सरकार के नेताओं तक ने डॉ जनक राज को इस मामले से हाथ खींचने तक की सलाह दी थी। इस मामले में कड़े निर्णय के कारण डॉ जनक राज सुर्खियों में आ गए।
अब दूसरी ओर ज्यों-ज्यों विस चुनाव 2022 का समय नजदीक आने लगा तो विधायक,भाजयुमो व डॉ जनक राज समर्थकों ने अपने-अपने नेताओं के लिए टिकट हेतु प्रचार अभियान छेड़ दिया। चूंकि टिकट डॉ जनक राज को दिया गया तो जिया लाल कपूर के बगावती सुर तो कुछ कमजोर रहे लेकिन भाजयुमो के एक वर्ग ने शक्ति प्रदर्शन का रास्ता अपना कर पार्टी पर टिकट बदलने का दबाव बनाना भी आरम्भ कर दिया ।
इस दौरान भाजपा द्वारा भरमौर विस चुनाव के लिए तैनात प्रभारी नरेंद्र त्रिपाठी ने भी यहां की गतिविधियों को पार्टी के उच्च स्तर पर बेठे प्रतिनिधियों तक पहुंचाना आरम्भ कर दिया व स्वयं नाराज पार्टी सदस्यों से मेलजोल कर सम्बंध बनाए रखने के प्रयास में जुटे ऱहे।
भाजयुमो जिलाध्यक्ष से दो दौर की वार्ता के बाद संगठन के प्रदेशाध्यक्ष की उपस्थिति में भाजयुमो जिलाध्यक्ष चम्बा अनिल कुमार डॉ जनक राज के लिए चुनाव प्रचार का बीड़ा उठा लिया। त्रिलोचन महादेव प्रांगण में हुए इस सम्मेलन में अनिल कुमार ने कहा कि इस चुनाव में भाजपा जीत के मतांतर का इतिहास रचेगी और भाजयुमो इसे अपनी मेहनत से करके दिखाएगा।
इस दौरान भाजपा प्रत्याशी डॉ जनक राज ने कहा कि वे अनिल कुमार व भाजपा के अन्य समर्थकों में कोई भेद नहीं रखते। उन्होंने कहा कि भाजपा में राजशाही नहीं बल्कि लोकतंत्र चलता है। इस पार्टी में कोई भी पार्टी टिकट के लिए आवेदन कर सकता है जबकि कांग्रेस में पिता के बाद पुत्र के लिए टिकट की दावेदारी की जाती है।
भाजयुमो जिलाध्यक्ष अनिल कुमार द्वारा पार्टी के लिए फिर से काम करने के आह्वान के बाद भाजपा के लिए सिरदर्द बन रहा यह मुद्दा अब समाप्त हो गया है। विस क्षेत्र में इस पूरे मामले पर मतदाताओं के अलावा कांग्रेस भी नजरें गढ़ाए हुए थी।