रोजाना24,चम्बा : भरमौर क्षेत्र में आज कोरोना संक्रमित का 7 वां मामला सामने आया है.यह संक्रमित व्यक्ति लाहल में निर्माणाधीन विद्युत स्टेशन में एलएंडटी कम्पनी में सिविल हैड के पद पर तैनात है.
गौरतलब है कि गत 27 जुलाई को उनके एक इंजिनियर के कोरोना संक्रमण होने के मामले पर जब होम क्वारंटाइन नियम जम्प होने का पता चला तो इसी अधिकारी ने बकायदा प्रैस नोट जारी कर कहा था कि संक्रमित व्यक्ति ने होमक्वारंटाइन नियम को नहीं तोड़ा है बल्कि वह कम्पनी के गैस्टहाऊस में अलग कमरे में रह रहा है.
आज भरमौर प्रशासन ने उसके इस ब्यान को खारिज कर दिया है.उपमंडलाधिकारी भरमौर मनीष शर्मा ने प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से कहा है कि एलएंडटी कम्पनी का यह अधिकारी 27 जुलाई को संक्रमित हुए इंजिनियर के साथ एक ही कमरे में रहा था.
कम्पनी के इस अधिकारी को कोविड केयर सैंटर डलहौजी ले जाया गया है लेकिन प्रशासन ने इस मामले को क्वारंटाइन नियम जम्प का मामला नहीं मानते हुए कोई कार्यवाही भी नहीं की है.
नियम साफ कहते हैं कि राज्य से बाहर से आने वाले सभी लोगों को होम क्वारंटीन के नियमों की पालना करनी होगी.जिसके तहत वह व्यक्ति परिवार के सदस्यों तक से नहीं मिल सकता तो फिर यहां तो दोनों अलग राज्यों के रहने वाले थे.प्रशासन ने इस मामले में कार्यवाही न कर लोगों में प्रशासन के प्रति विश्वास खोने का कार्य किया है.
उपमंडलाधिकारी मनीष सोनी ने कहा कि कम्पनी ने कहा कि उन्होंने शायद एक रात के लिए कमरा शेयर किया हो.लेकिन होमक्वारटीन जम्प का मामला नहीं दिख रहा.
प्रशासन को यह नियमों की अवहेलना क्यों नहीं लग रही जबकि स्थानीय लोगों का कहना है कि यह अधिकारी एक ही कमरे में रहते हैं.वहीं अन्य कर्मचारियों के साथ भी इनका सीधा सम्पर्क रहता है.ऐसे में इस मामले में हर कड़ी की गहनता से जांच की जानी चाहिए.कम्पनी के अधिकारी जिसे कम्पनी का गेस्ट हाऊस कहते हैं क्या वह गैस्टहाऊस के मापदंडों को पूरा करता भी है या जांच से बचने के लिए सामन्य कमरे को गैस्ट हाऊस का नाम दे दिया गया है.