रोजाना24,ऊना : कृषि उपज मंडी समिति ऊना ने वित्त वर्ष 2020-21 के लिए प्रस्तावित आय 10,48,16000 रूपए तथा व्यय 10,46,48,080 रूपए का प्रावधान रखा है जिसे विपणन वोर्ड को अग्रिम कार्यवाही के लिए भेजा जाएगा। आज एपीएमसी की बैठक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से समिति के अध्यक्ष बलबीर सिंह बग्गा की अध्यक्षता में संपन्न हुई।समिति के अध्यक्ष बलबीर बग्गा ने बताया कि जनवरी से अप्रैल 2020 तक 91.53 लाख रूपए आय व 54.59 लाख रूपए व्यय का अनुमोदन किया गया। वर्ष 2019-2020 में वास्तविक आय 2,28,89,736 रूपए तथा व्यय 1,62,83,261 रूपए हुआ है तथा इसमें प्रस्तावित मंडी रामपुर के लिए 6.55 करोड़ रखा गया है, जिसका निर्माण कार्य शीघ्र शुरू किया जा रहा है। इसके अतिरिक्त टकारला मंडी में पेवर लगाने के लिए 32.36 लाख, चार दीवारी के लिए 6.69 लाख ओर दुकानों के आगे शैड डालने के लिए 8.39 लाख के एस्टीमेट अनुमोदित होकर आ गए हैं और उनका कार्य अति शीघ्र शुरू होने वाला है। बग्गा ने कहा कि भारतीय खाद्य निगम द्वारा गेहूं खरीद केंद्र जलग्रां व कांगड़ में खोले गए हैं, जिससे किसानों को अपनी गेहूं बेचने के लिए पंजाब की अनाज मंडियों में नहीं जाना पड़ रहा। इसके लिए किसानों ने केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर, ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री वीरेंद्र कंवर, पूर्व भाजपा अध्यक्ष सतपाल सिंह सत्ती तथा एचपीएसआईडीसी के उपाध्यक्ष प्रो. राम कुमार का आभार जताया है। समिति के अध्यक्ष एवं अन्य पदाधिकारियों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का 20 लाख करोड़ रूपए के आर्थिक पैकेज के लिए भी आभार जताया है।उन्होंने बताया कि विभाग द्वारा कोरोना महामारी के बचाव हेतु सब्जी मंडी ऊना, संतोषगढ़ व टकारला में हाथ धोने के लिए पद संचलित मशीन तथा थर्मल स्कैनिंग मशीन लगाई गई है और किसानों एवं व्यापारियों को मास्क बांटे गए, साथ ही उन्हें सामाजिक दूरी के बारे में प्रतिदिन अवगत करवाया जाता है। इस मौके पर सचिव सदस्य सर्वजीत सिंह डोगरा, डॉ. वी सिन्हा, डॉ सुभाष, कुलदीप सिंह, कृषि उपनिदेशक डॉ सुरेश कपूर, पशु पालन विभाग के उपनिदेशक डॉ जय सिंह सेन, विनोद ठाकुर, सुरजीत सैणी, शंभु गोस्वामी, सतीश कुमार, नरेंद्र लट्ठ, कनिष्ठ अभियंता अशोक कुमार सहित अन्य उपस्थित रहे।