रोजाना24कांगड़ाः कांगड़ा जिला मेें लॉकडाउन के दौरान फंसे 3412 कश्मीरी नागरिकों को जिला प्रशासन की मदद से जम्मू कश्मीर तक पहुंचाया गया है। इसमें सामाजिक दूरी तथा कोविड-19 के प्रोटोकॉल का पूरा ध्यान रखा गया है। यह जानकारी देते हुए उपायुक्त राकेश प्रजापति ने कहा कि अब कांगड़ा जिला में फंसे अन्य राज्यों के लोगों को रवाना करने के लिए सरकार के दिशा निर्देश आने के पश्चात ही उचित कदम उठाए जाएंगे। उपायुक्त राकेश प्रजापति ने कहा कि बाहरी राज्यों से आने वाले लोगों को 28 दिन तक घरों ही क्वारंटीन करना जरूरी होगा अन्यथा कानूनी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
पंद्रह सेंपल की रिपोर्ट नेगेटिव
कोरोना के 15 सेंपल की रिपोर्ट नेगेटिव आई है। यह जानकारी उपायुक्त राकेश प्रजापति ने देते हुए बताया कि जिला कांगड़ा में लॉकडाउन के माध्यम से सामाजिक दूरी की अनुपालना सुनिश्चित की जा रही है तथा इस बारे में लोगों को जागरूक भी किया गया। उन्होंने कहा कि सभी नागरिकों को स्वास्थ्य विभाग के निर्देशों की अनुपालना सुनिश्चित करनी चाहिए। उपायुक्त ने नागरिकों से अपील करते हुए कहा कि घरों से बेवजह बाहर नहीं निकलें तथा लॉकडाउन का पूरी अनुपालना सुनिश्चित करें।
आईटी रिपेयर की दुकानें तथा बुक स्टोर भी अब रोजाना खुलेंगे
उपायुक्त राकेश प्रजापति ने कहा कि कांगड़ा जिला में अब अन्य दुकानों की तरह आईटी रिपेयर तथा बुक स्टोर भी प्रातः आठ से दोपहर 12 बजे तक खुले रहेंगे इससे पहले सप्ताह में सोमवार तथा वीरवार को ही आईटी रिपेयर तथा बुक स्टोर खोलने की अनुमति प्रदान की गई थी। उपायुक्त ने कहा कि दुकानों में सामाजिक दूरी का विशेष ध्यान रखा जाए तथा दुकानों के बाहर उपभोक्ताओं के खड़े होने के लिए स्थान भी चिह्न्ति किया जाए। क तत्परता के साथ कार्य कर रहे हैं।
जिला में आवश्यक खाद्य वस्तुओं की आपूर्ति:
उपायुक्त राकेश प्रजापति ने बताया कि 01 मई को कांगड़ा जिला में 24 गाड़ियां ब्रेड की, 207 सब्जियों के वाहन, दूध के 48 वाहन तथा 23 गाड़ियां रसोई गैस की, अनाज की 110 गाड़ियों तथा मेडिसन की 37 वाहनों के माध्यम से आपूर्ति की गई है। उन्होंने कहा कि खाद्य निगम के गोदामों में राशन का आवश्यक स्टाक उपलब्ध है अतः किसी भी उपभोक्ता को दैनिक आवश्यकता की वस्तुओं की खरीद के लिए हड़बड़ी करने की जरूरत नहीं है तथा किसी भी स्तर पर घरों में राशन का भंडारण भी नहीं किया जाए।