चंबा, हिमाचल प्रदेश: चंबा जिला परिषद (ZP) की अध्यक्ष, नीलम कुमारी ने आज बख्तपुर वार्ड के विभिन्न पंचायतों के आशा कार्यकर्ताओं की एक महत्वपूर्ण बैठक की अध्यक्षता की। बैठक में, नीलम कुमारी ने आशा (Accredited Social Health Activists) कार्यकर्ताओं से स्वास्थ्य विभाग द्वारा पंचायत स्तर पर किए गए विभिन्न पहलों के कार्यान्वयन के बारे में प्रतिक्रिया मांगी। उन्होंने लाभार्थियों के लिए योजनाओं के प्रभावी कार्यान्वयन को सुनिश्चित करने का आह्वान किया।
नीलम कुमारी ने कहा कि आशा कार्यकर्ताओं से प्राप्त प्रतिक्रिया ग्रामीण स्वास्थ्य सेवाओं के तहत मौलिक संरचनाओं और संसाधनों के विकास के लिए महत्वपूर्ण होगी। उन्होंने गंभीर रोगों से पीड़ित व्यक्तियों को सहायता प्रदान करने के लिए आवश्यक कदम उठाने की जरूरत पर बल दिया। उन्होंने एएसएचए कार्यकर्ताओं को उप-स्वास्थ्य केंद्र स्तर पर स्वास्थ्य योजनाओं के लाभार्थियों की सूची तैयार करने और किसी भी श्रेणी में शामिल न होने वाले आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों के गंभीर बीमारियों से पीड़ित व्यक्तियों की सूची प्रदान करने का निर्देश दिया। उन्होंने उन्हें मानसिक रूप से विकलांग बच्चों की सूची तैयार करने को कहा।
नीलम कुमारी ने आशा कार्यकर्ताओं से उनके कर्तव्यों को निभाते समय सामना करने वाली चुनौतियों के बारे में भी पूछा।
आशा कार्यकर्ता, जो ग्रामीण स्वास्थ्य देखभाल प्रणाली की रीढ़ हैं, को सरकार द्वारा लागू की गई विभिन्न स्वास्थ्य योजनाओं जैसे कि मातृ और शिशु स्वास्थ्य, टीकाकरण कार्यक्रम, और संक्रामक रोगों की निगरानी और नियंत्रण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने की जिम्मेदारी दी गई है।
मुख्य बिंदु:
- स्वास्थ्य योजनाओं का सही कार्यान्वयन: आशा कार्यकर्ताओं को स्वास्थ्य योजनाओं को सफलतापूर्वक लागू करने के लिए प्रशिक्षण और संसाधन प्रदान किए जाएंगे।
- जन जागरूकता: कार्यकर्ताओं को समुदायों में स्वास्थ्य जागरूकता बढ़ाने और स्वास्थ्य सेवाओं के प्रति लोगों को प्रोत्साहित करने की जिम्मेदारी दी गई है।
- निगरानी और फीडबैक: आशा कार्यकर्ताओं को स्वास्थ्य योजनाओं के कार्यान्वयन की निगरानी करने और समुदाय से प्राप्त फीडबैक को स्वास्थ्य विभाग के साथ साझा करने का काम सौंपा गया है।
- समुदाय के साथ संवाद: आशा कार्यकर्ताओं को समुदाय के सदस्यों के साथ नियमित रूप से संवाद स्थापित करने और उनकी स्वास्थ्य संबंधी चिंताओं को समझने का काम दिया गया है।
इस पहल से चंबा जिले में स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच और गुणवत्ता में सुधार होने की उम्मीद है, जिससे समुदायों की समग्र स्वास्थ्य स्थिति में बेहतरी आएगी।