कोरोना वायरस: बचाव ही इलाज है

दुनियाभर में कोरोनावायरस को वजह से मृत्यु का आंकड़ा 10000 पार कर चुका है लेकिन अभी तक इसके लिए कोई दवाई है वैक्सीन नहीं बन पाई है। अलग अलग देशों में कई तरह के दवाइयों को स्युंकत रूप से प्रयोग कर के इलाज की कोशिशें हो रहीं हैं।
भारत कोरोनावायरस के सक्रमण के मामले में बाकी देशों के मुकाबले में अभी तक बचा हुआ है। भारत में कोरोनावायरस से अब तक 6 लोगों की जान जा चुकी है।

भारत में कोरोनावायरस से कम लोगों की जान जाने का कारण भारत की इलाज पद्धति नहीं बल्कि कोरोनावायरस संक्रमण का बचाव है। भारतीय राज्यों ने संक्रमण रोकने के लिए तरह तरह के कदम उठाए हैं। भारतभर में सभी शैक्षणिक सस्थान बंद कर दिए हैं। कुछ शहरों में पूरा लॉकडाउन कर दिया है जबकि कुछ जगहों पर ज्यादातर सस्थान बंद कर दिए हैं।

कोरोनावायरस से बचाव के लिए निम्नलिखित कदम उठाएं:-
१. बिना कारण घर से बाहर ना निकलें।
२. किसी भी तरह की कोई भी अनुष्ठान या समारोह का आयोजन ना करें।
३. किसी भी अनुष्ठान, समारोह या भीड़भाड़ वाली जगह ना जाएं।
४. बच्चो और बूढ़ों को घर से बाहर ना जाने दें।
५. सार्वजनिक स्थानों पर जाने से परहेज़ करें।
६. मास्क, रुमाल या अन्य किसी कपड़े से मुंह ढककर ही बाहर निकलें और अगर चश्मा है तो वह पहनकर बाहर निकलें।
७. हाथों को साबुन से अच्छी तरह से साफ करें और जहां साबुन ना हो तो सैनिटाइजर का प्रयोग करें।
८. किसी से भी हाथ ना मिलाएं और गले ना मिलें।
९. किसी भी सर्दी खांसी वाले लोगों से 6-7 फीट की दूरी बना के रखें। हो सके तो अनजान लोगों से भी 6-7 फीट की दूरी बना के रखें ।

1 हफ्ते तक का राशन लेकर रखना तो ठीक है लेकिन अगर आप 1-2 महीने या अधिक का राशन जमा कर के रख लेंगे तो आप देश में अनाज की कमी पैदा कर सकतें है। इसलिए कृप्या बचाव तो करें और कुछ हद तक डरें भी लेकिन हड़बड़ाएं नहीं और अफवाहें ना फैलाएं। ऐसे कदम ना उठाएं कि देश और लोगों के लिए समस्याएं पैदा हो जाएं ।