'स्किल इंडिया' की धज्जियां उड़ रही आईटीआई भरमौर में ! बिना प्रशिक्षक हो रही ट्रेनिंग.

रोजाना24,चम्बा भरमौर आईटीआई में प्रशिक्षण ले रहे प्रशिक्षुओं के भविष्य को लेकर न तो तकनीकी शिक्षा विभाग व न ही सरकार संवेदनशीलता दिखती है.प्रशिक्षकों की तैनाती की मांग को लेकर प्रशिक्षुओं को बार बार प्रशासन के द्वार मांग करनी पड़ रही है.इस वर्ष प्रशिक्षण लेने के लिए भरमौर आईटीआई संस्थान में दाखिला लेकर अपने उज्जवल भविष्य का जो सपना देखा था उस पर सरकार की अनदेखी ने ग्रहण लगा रखा है.चार माह बाद इन प्रशिक्षुओं की वार्षिक परीक्षाएं होनी हैं और पिछले आठ माह से संस्थान में प्रशिक्षकों के पद खाली चल रहे हैं.प्रशिक्षकों के अभाव में प्रशिक्षण बुरी तरह प्रभावित हो रहा है.संस्थान में कम्प्युटर,पलम्बर,कढ़ाई व ड्रेस मेकिंग के चार ट्रेड चल रहे हैं.लेकिन स्टाफ के नाम पर मात्र कम्पयूटर विषय के ही प्रशिक्षक मौजूद है जबकि यहां प्रधानाचार्य सहित फोरमैन,ड्राइंग,गणित व ड्रैस मेकिंग प्रशिक्षुओं के पद खाली हैं.प्रशिक्षु यहां सिर्फ हाजिरी लगाकर समय व्यतीत कर रहे हैं.

संस्थान के प्रशिक्षुओं का कहना है कि वे इस बारे स्थानीय प्रशासन को खाली पदों के कारण उत्पन हो रही समस्या से अवगत करवा चुका हैं.वहीं स्थानीय विधायक से भी वे इस बारे में बातचीत कर चुके हैं.लेकिन समस्या का समाधान नहीं हुआ है.प्रशिक्षुओं ने सरकार से मांग की है कि भरमौर स्थित औद्योगिक संस्थान के लिए प्रशिक्षुओं की व्यवस्था करें.ताकि उनका प्रशिक्षण पूरा हो सके.

गौरतलब है कि वर्ष 2018 अगस्त माह में हुई परीक्षा में पलम्बर ट्रेड के सभी 25 प्रशिक्षु गणित विषय में फेल हो गए थे.जबकि अब फिर परीक्षाएं सिर पर हैं और प्रशिक्षुओं को विषय के बारे कोई जानकारी नहीं है.वहीं अभिभावकों का कहना है कि बिना प्रशिक्षक के यह ट्रेनिंग प्रशिक्षुओं के भविष्य से खिलवाड़ है.

गत जनवरी माह में भी प्रशिक्षुओं के एक प्रतिनिधि मंडल ने प्रशासन से प्रशिक्षक उपलब्ध करवाने की मांग की थी जिस पर चम्बा से दो प्रशिक्षकों को भरमौर आईटीआई के लिए भेजा गया था लेकिन इन प्रशिक्षकों में से एक प्रशिक्षिका मात्र तीन दिन की हाजिरी लगा कर चलती बनी जबकि दूसरी तो पहुंची ही नहीं.

इस संदर्भ में अतिरिक्त जिला दण्डाधिकारी पृथीपाल सिंह का कहना है कि उन्होंने संस्थान से खाली पदों की सूचि सरकार को भेजी है.विभाग ने जनवरी माह में दो प्रशिक्षकों को भी भरमौर संस्थान में डेपुटेशन पर भेजा था.उन्होंने कहा कि वे इस बारे में फिर से सरकार को अवगत करवाएंगे.उन्हें उम्मीद है सरकार इन्हें जल्द भर देगी.