“अपने ही जाल में फंसी भाजपा!” – National Herald पर किया हमला, लेकिन खुद दी ₹2.92 करोड़ की भाजपा विचारधारा आधारित पत्रिकाओं को विज्ञापन – विक्रमादित्य सिंह ने मांगा हिसाब

"अपने ही जाल में फंसी भाजपा!" – National Herald पर किया हमला, लेकिन खुद दी ₹2.92 करोड़ की भाजपा विचारधारा आधारित पत्रिकाओं को विज्ञापन – विक्रमादित्य सिंह ने मांगा हिसाब

हिमाचल प्रदेश में भाजपा नेताओं ने हाल ही में कांग्रेस सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि National Herald जैसे अखबारों को हिमाचल में कोई जानता तक नहीं, फिर भी उन्हें राज्य सरकार द्वारा विज्ञापन दिए जा रहे हैं। लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने इस मुद्दे पर पलटवार करते हुए भाजपा सरकार के कार्यकाल में हुए करोड़ों के विज्ञापन खर्च का खुलासा कर दिया।

विक्रमादित्य सिंह ने RTI के हवाले से बताया कि जनवरी 2018 से दिसंबर 2022 तक भाजपा सरकार ने जिन पत्रिकाओं और संगठनों को सरकारी विज्ञापन दिए, वे सभी भाजपा या संघ विचारधारा से जुड़ी हुई थीं, जिनका हिमाचल की जनता से कोई सीधा सरोकार नहीं है।

विज्ञापन पाने वाली पत्रिकाएं और संस्थाएं —

  1. Organiser और Panchjanya (Bharat Prakashan Ltd, Delhi) – ₹1,62,10,038
  2. Souvenir of Bharat Prakashan (Delhi) – ₹20,20,000
  3. Matrivandana मासिक पत्रिका – ₹20,17,861
  4. ABVP Shimla पत्रिका – ₹17,64,000
  5. Souvenir of Vidyarthi Nidhi Trust, Mumbai – ₹12,74,000
  6. Chhatra Udghosh पत्रिका – ₹7,74,200
  7. Deep Kamal Sandesh, Shimla – ₹4,60,600
  8. Tarun Bharat पत्रिका, नागपुर – ₹31,93,858
  9. Aryavart Educational Welfare & Charitable Society, Shimla – ₹15,68,000

कुल सरकारी खर्च: ₹2,92,82,557

विक्रमादित्य सिंह ने सवाल उठाया कि अगर National Herald को विज्ञापन देना ‘जनता के पैसे का दुरुपयोग’ था, तो फिर भाजपा सरकार ने जिन विचारधारा-आधारित संस्थाओं को करोड़ों दिए, वो क्या था?
क्या इन पत्रिकाओं की प्रसार संख्या हिमाचल में थी?
क्या इनका कंटेंट हिमाचल से जुड़ा था?
या फिर सिर्फ एक राजनीतिक एजेंडा को साधने के लिए जनता के पैसे का इस्तेमाल किया गया?

“भाजपा को पहले अपने गिरेबान में झांकना चाहिए,” विक्रमादित्य सिंह ने कहा।
उन्होंने स्पष्ट किया कि कांग्रेस सरकार पर आरोप लगाने से पहले भाजपा सरकार को अपनी कार्यशैली देखनी चाहिए कि किस प्रकार उन्होंने खुद एक खास विचारधारा वालों को विज्ञापन दिए।