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पीएचसी चनेड़ की सराहनीय व्यवस्था के बीच मेडिकल कॉलेज चंबा की बदहाली पर उठे सवाल,

पीएचसी चनेड़ की सराहनीय व्यवस्था के बीच मेडिकल कॉलेज चंबा की बदहाली पर उठे सवाल,

चंबा– डीसी चंबा द्वारा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (PHC) चनेड़ की स्वच्छ और सुव्यवस्थित व्यवस्था की सराहना की गई। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (PHC) चनेड़ की तस्वीरें अपने सोशल मीडिया प्रोफाइल पर साझा करते हुए उन्होंने सीएमओ चंबा डॉ. विपन ठाकुर, डॉ. करण हितैशी और स्वास्थ्य विभाग की भूमिका की प्रशंसा की। जहां PHC चनेड़ की उदाहरणीय व्यवस्था को लोगों ने सराहा वहीं मेडिकल कॉलेज चंबा की दयनीय स्थिति को लेकर कुछ लोगों का दर्द छलक उठा।

स्थानीय नागरिकों का कहना है कि मेडिकल कॉलेज चंबा में स्वच्छता की भारी कमी है, साथ ही आवश्यक संसाधनों और स्वास्थ्य सेवाओं का भी अभाव है। मरीजों को बेहतर इलाज के लिए इस अस्पताल की व्यवस्था में सुधार की जरूरत है।

चंबा के निवासियों ने प्रशासन से मांग की है कि जिला मेडिकल कॉलेज की बदहाल स्थिति पर भी उतना ही ध्यान दिया जाए, जितना कि इस प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर दिया गया है। उनका मानना है कि स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत किया जाना चाहिए, ताकि मरीजों को बुनियादी चिकित्सा सुविधाओं से वंचित न रहना पड़े।

स्थानीय निवासी श्याम जरियाल ने जिला मेडिकल कॉलेज की दुर्दशा पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि अस्पताल में जरूरी सुविधाओं की कमी है, और लैब में टेस्ट उपलब्ध होने के बावजूद मरीजों को निजी लैब में भेजा जाता है। उन्होंने डीसी चंबा से इस मामले में हस्तक्षेप करने और जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की।

वहीं, एक अन्य निवासी मुकेश शर्मा ने मेडिकल कॉलेज की अव्यवस्था पर नाराजगी जाहिर की। उन्होंने हाल ही में हुई एक घटना का जिक्र करते हुए बताया कि एक महिला की डिलीवरी के बाद मौत हो गई, लेकिन उसे आपातकालीन एंबुलेंस सेवा (108) तक उपलब्ध नहीं हो पाई। उन्होंने कहा कि चंबा में क्रिटिकल केयर एंबुलेंस की भारी कमी है और यह स्थिति बेहद चिंताजनक है।

जहां एक ओर मेडिकल कॉलेज की खस्ता हालत को लेकर लोग आक्रोशित हैं, वहीं पीएचसी चनेड़ की बेहतरीन व्यवस्था की कई लोगों ने सराहना की है। सोशल मीडिया पर भी कई उपयोगकर्ताओं ने इसकी प्रशंसा करते हुए सकारात्मक टिप्पणियां कीं।

केवल भाटिया, संजय रैना, डॉ. नीलम कुमारी और विनय जरियाल ने पीएचसी चनेड़ की सुचारू व्यवस्था की सराहना की।

प्रशासन से तत्काल कार्रवाई की मांग

स्थानीय निवासियों ने प्रशासन से मेडिकल कॉलेज की स्थिति में सुधार लाने और जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की है। हालांकि, अब तक प्रशासन की ओर से इस मामले पर कोई आधिकारिक बयान नहीं लिया गया है, लेकिन उम्मीद जताई जा रही है कि जल्द ही इस दिशा में ठोस कदम उठाए जाएंगे।

लोगों का कहना है कि जिला मेडिकल कॉलेज की बदहाल स्थिति पर उतना ही ध्यान दिया जाए, जितना कि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर दिया गया है। उनका मानना है कि स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत किया जाना चाहिए, ताकि मरीजों को जरूरी चिकित्सा सुविधाओं से वंचित न रहना पड़े।

चंबा वेलफेयर एसोसिएशन ने भी उठाई थी मेडिकल कॉलेज की लचर व्यवस्था पर आवाज

हाल ही में आयोजित चंबा वेलफेयर एसोसिएशन की मासिक बैठक में भी मेडिकल कॉलेज चंबा की खराब स्वास्थ्य सेवाओं पर कड़ा रोष प्रकट किया गया था। गुरुवार को जिला मुख्यालय में हुई इस बैठक की अध्यक्षता एसोसिएशन के प्रधान ओम प्रकाश गोस्वामी ने की, जिसमें चंबा जिले की विभिन्न समस्याओं पर विस्तृत चर्चा हुई।

बैठक में वक्ताओं ने कहा कि मेडिकल कॉलेज चंबा को स्थापित हुए आठ वर्ष से अधिक समय बीत चुका है, लेकिन आज भी लोगों को मूलभूत स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध नहीं हो पा रही हैंकैंसर और हृदय रोग जैसी गंभीर बीमारियों का इलाज मेडिकल कॉलेज में संभव नहीं है, जिसके कारण मरीजों को अन्य जिलों या राज्यों में जाकर उपचार करवाना पड़ रहा है।

आपातकालीन स्थितियों में उचित उपचार न मिलने के कारण कई मरीजों की जान जा चुकी है। एसोसिएशन के सदस्यों ने प्रशासन से मांग की कि मेडिकल कॉलेज चंबा की स्थिति में तत्काल सुधार किया जाए और गंभीर बीमारियों के इलाज के लिए आवश्यक संसाधन उपलब्ध कराए जाएं। उनका कहना था कि स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार करना सरकार की प्राथमिकता होनी चाहिए, ताकि लोगों को बेहतर चिकित्सा सुविधाएं मिल सकें।

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