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सांसद डॉ. राजीव भारद्वाज ने कांगड़ा -चंबा में रेलवे कनेक्टिविटी बढ़ाने की मांग उठाई

कांगड़ा से सांसद डॉ. राजीव भारद्वाज ने रेलवे अमेंडमेंट बिल 2024 का समर्थन किया, हिमाचल में रेलवे कनेक्टिविटी बढ़ाने की मांग उठाई

धर्मशाला: कांगड़ा से लोकसभा सांसद डॉ. राजीव भारद्वाज ने ‘रेलवे अमेंडमेंट बिल 2024’ का समर्थन करते हुए संसद में कांगड़ा -चंबा की रेल कनेक्टिविटी को मजबूत करने की पुरजोर अपील की। उन्होंने अपने क्षेत्र में रेलवे व्यवस्था की खराब स्थिति पर चिंता व्यक्त करते हुए इसे बेहतर बनाने के लिए ठोस कदम उठाने की मांग की।

चार शक्तिपीठों को वंदे भारत ट्रेन से जोड़ने की मांग

डॉ. राजीव भारद्वाज ने हिमाचल प्रदेश के चार प्रमुख शक्तिपीठ—ज्वालामुखी माता, ब्रजेश्वरी माता, चामुंडा , और चिंतपूर्णी माता मंदिरों—को वंदे भारत ट्रेन के माध्यम से जोड़ने की आवश्यकता पर बल दिया।
“ये शक्तिपीठ न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण हैं, बल्कि यह हिमाचल प्रदेश के पर्यटन को भी बढ़ावा देंगे। वंदे भारत ट्रेन जैसे उच्च गति वाले विकल्प से श्रद्धालु और पर्यटक आसानी से इन स्थानों तक पहुंच सकेंगे,” उन्होंने कहा।

डलहौजी और चंबा को रेलवे नेटवर्क में शामिल करने की मांग

डलहौजी और चंबा जैसे हिमाचल के दूरस्थ और पर्यटन-प्रधान क्षेत्रों को रेलवे नेटवर्क से जोड़ने की जरूरत पर जोर देते हुए उन्होंने कहा कि यह कदम न केवल क्षेत्रीय कनेक्टिविटी में सुधार करेगा, बल्कि राज्य के आर्थिक विकास को भी गति देगा।

पठानकोट-जोगिंदरनगर रेलवे लाइन को ब्रॉड गेज में बदलने की अपील

डॉ. भारद्वाज ने संसद में पठानकोट-जोगिंदरनगर चल रही नैरो गेज रेलवे लाइन को ब्रॉड गेज में बदलने की मांग उठाई। उन्होंने इसे क्षेत्रीय विकास के लिए बेहद जरूरी कदम बताया।
“यह रेलवे लाइन हमारे क्षेत्र की जीवनरेखा है। इसे ब्रॉड गेज में तब्दील करने से हिमाचल प्रदेश की कनेक्टिविटी में सुधार होगा और पर्यटन एवं व्यापार को नई दिशा मिलेगी,” डॉ. भारद्वाज ने कहा।

लोकसभा चुनाव से पहले ‘रोजाना 24’ ने उठाया था मुद्दा

गौरतलब है कि ‘रोजाना 24’ ने हिमाचल में रेलवे के महत्व पर पहले ही ध्यान आकर्षित किया था। विशेष रूप से पठानकोट-जोगिंदरनगर रेलवे लाइन को ब्रॉड गेज में बदलने की आवश्यकता पर प्रकाश डाला गया था।

डॉ. भारद्वाज के संसद में इस मुद्दे को उठाने से हिमाचल में रेलवे विकास की इस मुहिम को गति मिली है।

हिमाचल में रेलवे विस्तार का महत्व

  1. धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा: शक्तिपीठों को रेलवे नेटवर्क से जोड़ने से तीर्थयात्रा के लिए आने वाले पर्यटकों की संख्या में बढ़ोतरी होगी।
  2. पर्यटन स्थलों की बेहतर कनेक्टिविटी: डलहौजी और चंबा जैसे स्थलों को जोड़ने से स्थानीय व्यवसाय और रोजगार में वृद्धि होगी।
  3. आर्थिक विकास: ब्रॉड गेज नेटवर्क व्यापार और परिवहन को अधिक प्रभावी और सस्ता बनाएगा।
  4. दुर्गम क्षेत्रों की पहुंच में सुधार: राज्य के दुर्गम क्षेत्रों में रेलवे नेटवर्क से विकास और समृद्धि के नए द्वार खुलेंगे।

डॉ. भारद्वाज द्वारा हिमाचल में रेलवे कनेक्टिविटी को बढ़ाने की मांग ने न केवल स्थानीय मुद्दों को राष्ट्रीय मंच पर उठाया है, बल्कि इससे संबंधित परियोजनाओं के क्रियान्वयन को भी प्रोत्साहन मिलेगा।

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