कंगना रनौत ने रेलवे अमेंडमेंट बिल 2024 का समर्थन किया, मंडी क्षेत्र में रेलवे सर्वे की मांग की

कंगना रनौत ने रेलवे अमेंडमेंट बिल 2024 का समर्थन किया, मंडी क्षेत्र में रेलवे सर्वे की मांग की

हिमाचल प्रदेश की मंडी से सांसद और बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत ने लोकसभा में ‘रेलवे अमेंडमेंट बिल 2024’ पर अपने विचार व्यक्त करते हुए इसे एक जनहितैषी कदम बताया। कंगना ने इस विधेयक को भारतीय रेलवे प्रणाली को आधुनिक और जनता के लिए अधिक सुविधाजनक बनाने वाला करार दिया। इसके साथ ही, उन्होंने मंडी क्षेत्र में रेलवे कनेक्टिविटी की मांग करते हुए सरकार से क्षेत्रीय विकास को प्राथमिकता देने की अपील की।

कंगना ने ‘रेलवे अमेंडमेंट बिल 2024’ का स्वागत करते हुए कहा कि यह भारतीय रेलवे के बुनियादी ढांचे को नई ऊंचाई पर ले जाने की क्षमता रखता है। उन्होंने कहा, “यह विधेयक आम लोगों के जीवन को सरल बनाएगा और देश के दूरदराज क्षेत्रों तक विकास का लाभ पहुंचाएगा। रेलवे का आधुनिकीकरण और विस्तारित नेटवर्क विकास की दृष्टि से एक बड़ी उपलब्धि होगी।

मंडी क्षेत्र के लिए रेलवे कनेक्टिविटी की मांग

रनौत ने मंडी क्षेत्र में रेलवे कनेक्टिविटी को लेकर चिंता व्यक्त की। उन्होंने इस क्षेत्र को दिल्ली, चंडीगढ़ और अंबाला जैसे प्रमुख शहरों से जोड़ने की आवश्यकता पर बल दिया। कंगना ने कहा कि हिमाचल एक दुर्गम क्षेत्र है, लेकिन भाजपा सरकार द्वारा जम्मू कश्मीर, शिमला, हमीरपुर और बैजनाथ जैसे क्षेत्रों में किए जा रहे विकास कार्यों के समान यदि मंडी क्षेत्र को भी रेल से जोड़ा जाए तो यह विकास को गति दे सकता है।

उन्होंने कहा, मंडी लोकसभा क्षेत्र हिमाचल प्रदेश का सबसे बड़ा संसदीय क्षेत्र है, जो राज्य के 60-70% भौगोलिक क्षेत्र को कवर करता है। मंडी लोकसभा क्षेत्र में पर्यटन और व्यापार की असीमित संभावनाएं हैं और रेलवे नेटवर्क से इसे जोड़ना राज्य के समग्र विकास में मील का पत्थर साबित होगा। कंगना ने केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को इस विषय पर संबोधित करते हुए मंडी क्षेत्र के लिए रेलवे सर्वे की मांग की और बताया कि हिमाचल प्रदेश में कई ऐसे क्षेत्र हैं जो अब तक रेलवे नेटवर्क से वंचित हैं। उन्होंने मंडी को प्राथमिकता देते हुए इसे पर्यटन और व्यापार का हब बनाने की जरूरत पर जोर दिया।

कंगना का यह बयान न केवल स्थानीय विकास के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि यह पूरे हिमाचल प्रदेश में बुनियादी ढांचे के सुधार की आवश्यकता को भी उजागर करता है।