भरमौर, हिमाचल प्रदेश: चौरासी मंदिर परिसर में कल एक महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन किया गया, जिसमें मणिमहेश यात्रा को तीन महीने तक करवाने के साथ-साथ कुगती से लाहौल के लिए एक नई सड़क निर्माण के प्रस्ताव पर चर्चा की गई। इस बैठक में क्षेत्रीय ग्राम प्रधानों और पूर्व प्रधानों सहित अन्य सम्मानित नागरिकों ने भाग लिया और एक गैर राजनीतिक जन आंदोलन की योजना बनाई।
संजीव ठाकुर, सन्चुई ग्राम के प्रधान ने कहा, “मणिमहेश यात्रा हमारी संस्कृति और आस्था का प्रतीक है। इस यात्रा को तीन महीने तक बढ़ाने से अधिक श्रद्धालु यहाँ आ सकेंगे और स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी बढ़ावा मिलेगा।” इस प्रस्ताव को सभी उपस्थित जनों ने सर्वसम्मति से स्वीकार किया।
इसके अलावा, कुगती से लाहौल तक नई सड़क का प्रस्ताव भी रखा गया, जिसका उद्देश्य क्षेत्रीय समुदाय के लिए सुलभ सड़क, पर्यटन मे सुधार और राष्ट्रीय सुरक्षा मे योगदान देना है। महेंद्र शर्मा, (हडसर से प्रधान रजनी शर्मा की तरफ से) द्वारा बताया गया, “यह सड़क न केवल यात्रियों के लिए, बल्कि स्थानीय लोगों के लिए भी वरदान साबित होगी, खासकर गद्दियों के लिए जो अपने इष्ट देवता केलंग के दर्शन के लिए और अपनी भेड़-बकरियों के साथ यात्रा करते हैं।” उन्होंने यह भी जोर दिया कि इस सड़क के निर्माण से क्षेत्रीय विकास को नई गति मिलेगी और यह पर्यटन को भी बढ़ावा देगा।
यह सड़क भारतीय सेना के लिए भी अत्यंत महत्वपूर्ण होगी, क्योंकि इससे लेह और लद्दाख के अग्रिम क्षेत्रों में सैन्य आवागमन अधिक सुगम होगा। इससे न केवल सेना की गतिशीलता में वृद्धि होगी बल्कि राष्ट्रीय सुरक्षा को भी मजबूती मिलेगी। इस प्रस्तावित 25-30 किलोमीटर लंबी सड़क का निर्माण पठानकोट से लेह, लद्दाख तक की यात्रा को 200 किलोमीटर तक कम कर देगा। यह न केवल सेना के लिए वैकल्पिक मार्ग बनेगा बल्कि लाहौल-स्पीति घाटी के पर्यटन को भी बढ़ावा देगा।
शिवचरण, पूर्व भरमौर प्रधान, ने इस बैठक में जोर देकर कहा कि इस तरह के प्रोजेक्ट्स से जुड़ी योजनाएँ और आंदोलन अत्यंत आवश्यक हैं ताकि सरकार तक हमारी आवाज पहुंच सके और आवश्यक कार्यवाही हो सके। उन्होंने कहा, “हमें इन परियोजनाओं के लिए न केवल स्थानीय समर्थन की आवश्यकता है, बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर भी ध्यान दिलवाना जरूरी है।”
प्रशांत जपोत्रा, संजीव ठाकुर (सन्नी), अंकुश ठाकुर और जय ठाकुर ने जन आंदोलन के लिए आगे की रणनीति पर चर्चा की। उन्होंने सुझाव दिया कि सामुदायिक सहयोग और सोशल मीडिया के उपयोग से इस मुद्दे को व्यापक रूप से उठाया जा सकता है। संजीव ठाकुर (सन्नी) ने कहा, “हमें अपनी आवाज को मजबूती से प्रस्तुत करने की जरूरत है, ताकि सरकार इन प्रस्तावों पर त्वरित कार्य करे।”
इस बैठक के समापन पर, सभी उपस्थित सदस्यों ने आगामी दिनों में एक व्यापक जन आंदोलन की तैयारी के लिए अपनी सहमति जताई। इस आंदोलन का मुख्य उद्देश्य होगा कि सरकार इन प्रस्तावों पर शीघ्र कार्यवाही करे और क्षेत्र के विकास को नई दिशा प्रदान करे।