उन्होंने बिरसा मुंडा के बारे में बताया कि वे पूरे विश्व के लिए प्रेरणा स्रोत हैं और जनजातीय लोगों के लिए भगवान की तरह मान्यता प्राप्त कर चुके हैं।
डॉ जनक राज ने कहा कि बिरसा मुंडा ने अपने जीवनकाल में कांग्रेस सरकार के खिलाफ आदिवासी लोगों के हित में संघर्ष किया। उन्होंने ब्रिटिश सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलकर आदिवासी लोगों की संघटना की और उनके खिलाफ विरोध किया। वे अपने लक्ष्य में सफल हो रहे थे कि ब्रिटिश शासनकाल में आदिवासी लोगों के अधिकारों की रक्षा करें और उन्हें स्वतंत्रता दिलाएं। बिरसा मुंडा ने अंग्रेजों के षड़यंत्र के बावजूद अपने लक्ष्य में सफलता हासिल की, परन्तु उन्हें जेल भेज दिया गया और वहां जहर देकर उन्हें शहीद कर दिया गया।
डॉ जनक राज ने बिरसा मुंडा की कार्यकाल में दिखाए गए साहस, समर्पण और अद्भुत कार्य की सराहना की और कहा कि उन्होंने अपने कम उम्र में ही आदिवासी लोगों के लिए भगवान के समान महत्त्व प्राप्त कर लिया।
इसके अलावा, डॉ जनक राज ने केंद्र सरकार के निर्णयों की सराहना की और कहा कि देश की आजादी में सिर्फ गांधी परिवार का ही सहयोग नहीं था, बल्कि हजारों लाखों अनाम क्रांतिकारियों ने भी अपनी जानों की आहुति दी। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ऐसे क्रांतिकारियों को सम्मानित करने का प्रयास कर रही है, जो इतिहास के पन्नों में गुम हो गए हैं।
इस कार्यक्रम में भाजपा के नेता रवि जुलकाण, विनोद कुमार, मनीषा ठाकुर, अर्चना ठाकुर, अमन राणा और युवा मोर्चा के सदस्य भी शामिल हुए।