कैबिनेट के निर्णयों को ऐसे विधायकों की समिति नहीं बदल सकती जिन्होंने शपथ तक नहीं ली – डॉ जनक राज

रोजाना24, शिमला 26 दिसम्बर : आम जनता के राजकीय कार्य गांव के नजदीक हों इस आशय से भाजपा सरकार ने प्रदेश भर में कई कार्यालय खोले थे जिन्हें अब कांग्रेस सरकार ने बंद करने के आदेश जारी कर दिए हैं। कांग्रेस के इन आदेशों से प्रदेश की आम जनता को गहरा अघात लगा है जबकि दूसरी ओर कांग्रेस के विधायक इन आदेशों पर प्रैस वार्ता कर खुशी जाहिर कर रहे हैं जोकि सीधे सीधे प्रदेश के लोगों को चिढ़ाने वाला कृत्य है।

उपरोक्त ब्यान पांगी भरमौर विस के विधायक डॉ जनक राज ने शिमला में एक पत्रकार वार्ता में दिया । कांग्रेस विधायक हर्षवर्धन चौहान द्वारा मुख्यमंत्री द्वारा भाजपा सरकार के कार्यकाल में खुले कुछ नये कार्यालयों को डिनोटिफाई करने के निर्णय पर पत्रकार वार्ता में इसे उचित फैसला बताने के जबाव में उन्होंने कहा कि सरकार में मंत्री बनने की चाहत कांग्रेस विधायकों का विवेक समाप्त कर रही है और वे बिना कुछ सोचे समझे कांग्रेस सरकार द्वारा असंवेधानिक तराीके से लिए गए निर्णयों पर वाहवाही किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस  विधायकों को नये खुले कार्यालयों का स्वागत करना चाहिए था अगर कोई कमी रह गई थी तो उसे पूरा करना चाहिए था  लेकिन आम जनता को सुगम सेवाएं मुहैया करवाना कांग्रेस के सामर्थ्य से बाहर लग रहा है।

उन्होंने कहा कि जो सरकार 15 दिन से अपने कैबिनेट का गठन नहीं कर पाई है वह प्रदेश सरकार कैसे चलाएगी यह गम्भीर प्रश्न है। पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने जिस प्रकार से हिमाचल प्रदेश के समग्र विकास के लिए काम किया वह ऐतिहासिक है, हिमाचल प्रदेश में सभी 68 विधानसभा क्षेत्रों और 12 जिलों में संतुलित विकास हुआ। आज कांग्रेस द्वारा  हिमाचल प्रदेश में नकारात्मक राजनीति की जा रही है और सरकारी कार्यालयों को बंद किया जा रहा है । उन्होंने कहा कि जितने भी कार्यालय यह बंद किये जा रहे हैं इन को कैबिनेट की मंजूरी मिली थी और जब हिमाचल में कांग्रेस सरकार की कैबिनेट ही गठित नहीं हुई है तो वह इन कार्यालयों को बंद कैसे कर सकते हैं , यह सीधा सीधा संविधान का उल्लंघन है। उन्होंने प्रश्न उठाया है कि जिन विधायकों की समिति की बात विधायक हर्षवर्धन चौहान कर रहे हैं उन विधायकों की तो अभी तक शपथ भी नहीं हुई । ऐसे में यह समिति कार्यालय बंद करने का निर्णय कैसे कर सकती है ? 

उन्होंने कहा कि कर्ज लेने की शुरुआत तो कांग्रेस पार्टी ने की थी और हिमाचल प्रदेश को कर्ज में कांग्रेस पार्टी ने डुबोया।  उन्होंने कहा कि कांग्रेस के विधायक हर्षवर्धन चौहान जितना भी सरकार के पक्ष में बोल लें क्योंकि उनके ऐसा बोलने के पीछे भी स्वार्थ छुपा है। उन्हें याद रखना चाहिए कि जो काम उनके विधानसभा इलाके में कांग्रेस के शासन में नहीं हुआ वह भाजपा की जयराम ठाकुर सरकार ने 5 साल में कर दिखाया है।

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