आखिर क्यों इन्हें भरोसा नहीं हो रहा कि यह भी इक्कीसवीं शताब्दी में पहुंच गए हैं

रोजाना24, चम्बा 04 मई : अभी आप अपने घर में आराम से बैठे मोबाईल, कम्पयूटर या स्मार्ट टीवी पर इस खबर को पढ़ रहे होंगे। परिवार सहित बिजली की दुधिया रोशनी में बैठे लोग एक दूसरे से दिनभर की घटनाओं की चर्चा कर रहे होंगे। भीतर इंडक्शन कुकर पर खाना पक रहा है, कमरे में बच्चे होम वर्क कर रहे व बुजुर्ग शायद टीवी देख रहे होंगे।

लेकिन इस समय भरमौर विकास खंड की दूर दराज की ग्राम पंचायत बड़ग्रां के लोग खाना भी अंधेरे में खाने को मजबूर हैं।  पिछले पांच माह से बिजली समस्या से जूझ रही है । गांव के लोग सूर्यास्त के साथ ही जंगणी (बिरोजे से भरी चीढ़ की लकड़ी) की व्यवस्था करने जुट जाते हैं । उपमंडल मुख्यालय से 26 किमी दूर इस पंचायत के अधिकतर लोगों का जीवन इसी पंचायत में खेत खलिहान तक सीमित है। नाम मात्र के सरकारी गैर सरकारी कर्मचारियों को छोड़कर शेष लोगों की आय का साधन मजदूरी व खेती बाड़ी है। ऐसे में बिजली के अभाव में वे आपात स्थिति में काम आने वाले सोलर विद्युत उपकरण खरीद सकते हैं व न ही शुष्क बैटरी आधारित लैम्प। सरकार द्वारा निर्बाध बिजली आपूर्ति के भरोसे बैठे यह लोग सत्तर के दशक जैसा महसूस कर रहे हैं। लोगों की रोजी रोटी के लिए खर्च होने वाला धन मोमबत्ती खरीदने पर भी खर्च हो रहा है, वहीं दूसरी ओर बिजली हो या न हो विभाग भी अपने बिल थमा ही जाता है।

स्कूली बच्चे पढ़ाई नहीं कर पा रहे, बिजली के अभाव में घर के सामान्य कामकाज नहीं हो पा रहे।  पंचायत के आधा दर्जन गांवों के लोग बिजली समस्या समाधान के लिए विभागीय कर्मचारी से लेकर मुख्यमंत्री हैल्पलाईन तक प्रार्थना कर चुके हैं यहां तक कि गत एक मई को भरमौर मुख्यालय में हुए जनमंच में भी पंचायत प्रतिनिधियों इस मुद्दे को प्रमुखता से उठाया लेकिन एक रात बिजली आने के बाद फिर से व्यवस्था ठप्प हो गई है।

पंचायत प्रधान सुभा देवी ने कहा कि इस पंचायत में बिजली केवल दो या तीन दिन ही टिक पाती है कुछ गांवों में तो लो वोल्टेज भी समस्या है। पंचायत प्रधान ने कहा कि इस बारे में कई स्तर पर शिकायतें की गई हैं लेकिन ऐसा लगता है नेता व अधिकारी समस्या सुनने का अभिनय करते हैं। स्थाई समाधान अब तक कोई नहीं निकाल पाया है। उन्होंने कहा कि लगता नहीं कि बड़ग्रां पंचायत इक्कसवीं शताब्दी में पहुंची हो। उन्होंने मुख्यमंत्री हिप्र को पत्र लिखकर समस्या समाधान करवाने की मांग की है।

उधर इस बारे में विभागीय सहायक अभियंता विक्रम शर्मा ने कहा कि विभागीय कर्मचारी कड़ी मेहनत से बड़ग्रां की विद्युत लाईन को ठीक कर देते हैं दूसरे दिन ही लोनिवि के ठेकेदार सड़क निर्माण के ल्इ ब्लास्टिंग कर खम्भों व तारों को क्षति पहुंचा देते हैं जिस कारण उक्त पंचायत की बिजली आपूर्ति बाधित हो रही है। सहायक अभियंता ने कहा कि इस मामले में पुलिस थाना भरमौर में शिकायत भी की गई है इसके बावजूद विद्युत लाईनों को क्षति पहुंचाने की प्रक्रिया लगातार जारी है। लोनिवि के कार्य के कारण विद्युत विभाग को लाखों रुपयों की क्षति पहुंची है। उन्होंने कहा कि विभागीय कर्मचारी, अधिकारी फिर से लाईन को ठीक करने का प्रयास कर रहे हैं।

उपरोक्त पंक्तियां पढ़कर मन में दुख व क्रोध के भाव भी उभरेंगे कुछ क्षण के लिए ही। शायद आप पहले सरकार को फिर डिपार्टमेंट को कोसेंगे उसके बाद आप फिर से अपनी सामान्य मनोस्थिति में पहुंच कर इस पेज से निकल कर सोशल मीडिया के किसी और पेज पर कुछ मनोरंजक/ज्ञानवर्धक ढूंढने में व्यस्त हो जाएंगे। कल तक भूल जाएंगे कि www.rozana24.com किसी पंचायत के हजारों लोगों की एक सामान्य सी लगने वाली गम्भीर समस्या के बारे में पढ़ा था।