रोजाना24,चम्बा,01 जून : सवा साल से अधिक हो चला है कोरोना संकट को,इससे कोई भी गांव अछूता नहीं रहा। अब तो लोग भी इसके समाचारों,व दिशानिर्देशों के इतने अभ्यस्त हो चुके हैं कि चिकित्सकों तक को नये नियमों तक का पाठ पढ़ा आते हैं। लेकिन समाज में कुछ लोग ऐसे भी हैं जो इससे इतने घबराते हैं कि इसकी जांच तक नहीं करवाना चाहते कि कहीं उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव निकल आई तो उन्हें कई दिनों तक आईसोलेट कर दिया जाएगा और इस दौरान उसके परिवार की रोजी रोटी की समस्या हो जाएगी।
ऐसा ही एक मामला आज भरमौर में सामने आया जब नागरिक अस्पताल में एक मिला की कोविड रिपोर्ट पॉजिटिव आई। रिपोर्ट पॉजिटिव होने पर घबराई महिला अस्पताल से निकल भागी, चूंकि नियमानुसार महिला को घर में आईसोलेट किया जाना था।ऐसे में एक ओर अस्पताल कर्मी औपचारिकताएं पूरी करने में जुटे तो दूसरी ओर महिला अस्पताल से खिसक गई। इधर उधर तलाश करने के बाद कुछ पता न चला तो चिकित्सकों ने मामले की सूचना पुलिस को दी ।
सहायक थाना प्रभारी एवं सहायक निरीक्षक पुलिस थाना भरमौर रविन्दर नाथ की अगुआई में महिला आरक्षी मधु मालिनी व आरक्षी चमन सिंह की टीम ने तुरंत तलाश शुरू कर दी । लोगों को हुलिया बता कर पता चला कि उक्त महिला सुंकू टपरी के पास स्थित जंगल की ओर गई है । सहायक थाना प्रबारी रविंदर नाथ ने कहा कि महिला की उस वक्त की मानसिक दशा को भांपते हुए उन्हें किसी अमंगल होने का डर सता रहा था लिहाजा पुलिस कर्मियों ने सूझबूझ का परिचय देते हुए महिला से बातचीत शुरू की और उसे भरोसे में लेते हुए वापिस बुलाने में सपलता पाई। उन्होंने कहा कि महिला को उसके पति व आशा वर्कर के हवाले कर गृह एकांतवास में भेज दिया गया है।
पुलिस अधिकारी ने कहा कि कोविड पॉजिटिव होने पर घबराने की आवश्यकता नहीं है। बल्कि धैर्य से स्वयं को परिवार से कुछ दिनों के लिए अलग रखने के लिए तैयार करना होता है।उन्होंने कहा कि अस्पताल में केवल उन्हें ही रखा जा रहा है जिनका स्वास्थ्य लगातार गिर रहा हो व जिन्हें जीवन रक्षक प्रणाली की आवश्यकता हो।