रोजाना24,शिमला 4 मार्च: आईजीएमसी के द्वारा कोविड के दौरान किए गये कार्य को राष्ट्रीय स्तर पर मिली पहचान मिली है। जिसके लिए आईजीएमसी शिमला को SKOCH अवार्ड का सेमीफ़ाइनलिस्ट बना है। सम्मान पत्र मिलने पर संस्थान के वरिष्ठ चिकित्सा अधीक्षक डॉ जनक राज ने कहा कि आईजीएमसी द्वारा कोविड के लिए किए गये कार्यों के लिए राष्ट्रीय स्तर पर मिली पहचान के लिए आईजीएमसी के समस्त अधिकारी एवं कर्मचारी बधाई के पात्र हैं । उन्होंने कहा कि संस्थान गीता में श्री कृष्ण के ‘कर्म किए जा फल की इच्छा न कर‘ उपदेशानुसार कार्य कर रहा है। आईजीएमसी प्रशासन की ओर से इस पुरस्कार को हम सभी कर्मयोगियों को समर्पित करते हैं जिनकी दिन रात निस्वार्थ सेवा की बदौलत संस्थान देश भर के चुनिंदा उम्दा हॉस्पिटल की लिस्ट में शामिल हुआ है।
SKOCH अवार्ड लोगों, परियोजनाओं और संस्थानों का सम्मान करता है जो भारत को एक बेहतर राष्ट्र बनाने के लिए क्षमता से अधिक योगदान दे रहे हैंं । यह पुरस्कार समाज में योगदान देने के लिए उनकी असाधारण उपलब्धियों के लिए उन्हें यह पुरस्कार मिला है।
गौरतलब है कि SKOCH अवार्ड में डिजिटल, वित्तीय और सामाजिक समावेश के प्रयासों को शामिल किया गया है। यह शासन, समावेशी विकास, प्रौद्योगिकी और अनुप्रयोगों में उत्कृष्टता, प्रबंधन, कॉर्पोरेट नेतृत्व, कॉर्पोरेट प्रशासन, नागरिक सेवाओं के वितरण, क्षमता निर्माण, सशक्तिकरण और अन्य ऐसे सामान्य। SKOCH अवार्ड न केवल असाधारण उपलब्धि हासिल करने वाले संगठनों और व्यक्तियों को स्वीकार करता है, बल्कि प्रेरणादायक मार्गदर्शन और प्रेरक नेतृत्व भी देता है।