कृषि विधेयकों का विरोध किसानों को गुमराह करने के लिए – किशन कपूर

रोजाना24,चम्बा : कांगड़ा लोकसभा क्षेत्र के सांसद किशन कपूर ने कहा है कि कुछ राजनैतिक दलों द्वारा कृषि विधेयकों का विरोध मात्र किसानों को गुमराह करने के लिए किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व  वाली एनडीए सरकार ने वर्ष 2014 से ही  किसानों के हितों कि रक्षा के लिए कई सार्थक कदम उठाए हैं  जिनके परिणामस्वरूप किसान आत्मनिर्भरता की ओर अग्रसर हुए हैं। आज जारी  प्रेस बयान में  सांसद किशन कपूर ने कहा कि संसद द्वारा पारित उपज व्यापार एवं वाणिज्य (संवर्धन एवं सरलीकरण), कृषक (सशक्तिकरण व संरक्षण) कीमत आश्वासन एवं कृषि सेवा पर करार और आवश्यक वस्तु (संशोधन) विधेयक सही मायनों में किसानों को अपने फसल के भंडारण, और बिक्री की आजादी देंगे और बिचौलियों के चंगुल से उन्हें मुक्त करेंगे। उन्होंने कहा कि उत्पाद, व्यापारऔर वाणिज्य (संवर्धन एवं सरलीकरण ) विधेयक किसानों को यह अधिकार देगा कि वे अपनी उपज को देश के किसी भी भाग में किसी भी व्यक्ति या संस्था को अपने इच्छित और उचित मूल्य पर  बेच पाएं। उन्होंने कहा कि यह विधेयक एक देश एक बाज़ार सोच के साथ किसानों कि फसलों की  लागत कम करके उनकी आय की वृद्धि का मार्ग प्रशस्त करता है। उन्होंने कहा कि इस विधेयक से किसानों कि आढ़तियों पर  निर्भरता कम होगी और बिचौलियों का वर्चस्व समाप्त होगा। उन्होंने ये भी कहा कि यह भ्रम फैलाया जा रहा है कि इस विधेयक से सरकार की न्यूनतम समर्थन मूल्य नीति पर कोई नकारात्मक प्रभाव  पड़ेगा जो बिल्कुल निराधार है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्पष्ट कर दिया है कि न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीद बंद नहीं होगी।  

किशन कपूर ने कहा कि विरोधी दलों का विरोध केवल राजनैतिक हितों कि पूर्ति से है अन्यथा देश कि आजादी से लेकर वर्ष 2014 तक देश के अन्नदाता का जो हाल था वह किसी से छिपा नहीं।किशन कपूर ने कहा कि विपक्षी दल केवल  राजनैतिक स्वार्थों कि पूर्ति के लिए किसानों के प्रति झूठी सहानुभूति दर्शाते हैं।