आँचलिक कथा प्रतियोगिता में ‘बुढ़िया व उसका भेडू’ सहित 15 अन्य लेखों ने जीता निर्णायकों का ह्रदय

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रोजाना24,चम्बा ः कोरोना काल में बंद पड़े शिक्षण-प्रशिक्षण संस्थानों के कारण शिथिल होती शैक्षणिक व रचनात्मक गतिविधियों को निष्प्राण होने से बचाने व संवर्धन के लिए भरमौर प्रशासन ने छठी कक्षा से महाविद्यालय तक के विद्यार्थियों से हिन्दी भाषा में आँचलिक लेखों की प्रतियोगिता आयोजित करवाई गई ।जिसे तीन स्तरों पर आयोजित किया गया था। छठी से दसवीं,जमा एक व जमा दो कक्षाओं व स्नातक की कक्षाओं के लिए अलग-अलग प्रविष्टियां ली गई थीं।यह प्रविष्टियां hindidevlopmentbharmour@gmail.com के माध्यम से आमंत्रित की गई थीं।तीनों स्तर के लिए करीब डेढ दर्जन छात्र-छात्राओं ने अपने लेख भेजे थे। इन लेखों की पृष्ठभूमि जनजातीय क्षेत्र भरमौर की आँचलिक कथाओं पर आधारित रखी गई थी।विद्यार्थियों ने कई रोचक,मनोरंजक व ज्ञानवर्धक लेख प्रेषित किए। इनमें से बहुत से लेख जनजातीय क्षेत्र में प्रचलित दंत कथाओं व सत्य घटनाओं पर आधारित हैं। कुछ कहानियां तो क्षेत्र के हर व्यक्ति ने अपने बचपन में आवश्य सुनी होंगी। उपमंडलाधिकारी मनीष सोनी ने कहा इस प्रतियोगिता के परिणाम तैयार हो चुके हैं। जिसमें छठी से दसवीं कक्षा वर्ग में रावमापा दुर्गैठी की सातवीं कक्षा की छात्रा कनन शर्मा की कथा बुढ़िया व उसका भेडू को पहला स्थान मिला है।राजकीय उच्च विद्यालय सांह  की अवंतिका चाढ़क,कक्षा आठवीं को गदोलिया और राक्षस नामक कथा के लिए दूसरा स्थान व शिवालिक पब्लिक स्कूल भरमौर की नवम कक्षा की छात्रा संचिता ठाकुर को उलकणू के जीवन का रहस्य के लिए तीसरा स्थान प्राप्त हुआ। इस वर्ग में शिवालिक पब्लिक स्कूल की शायना ठाकुर कक्षा छठी की कथा अड़ियल बुढ़ा व बुढ़िया,रावमापा कन्या भरमौर की दसवीं कक्षा की छात्रा भानूप्रिया की कथा तिरलोचन व रावमापा खणी की सातवीं कक्षा की छात्रा काजल देवी की कहानी सुन्नी भूंकू को प्रोत्साहन हेतु वरिष्ठता सूचि में शामिल किया गया।

वरिष्ठ माध्यमिक कक्षाओं की प्रतियोगिता वर्ग में रावमापा दुर्गैठी के आशीष कुमार की कहानी प्रौली वाली भगवती व सात बहनें को पहला स्थान प्राप्त हुआ।रावमापा (कन्या) भरमौर की ओजस्वी ठाकुर की कथा केलंग वजीर की कथा को दूसरा स्थान व इसी स्कूल की राजेश्वरी को मणिमहेश नामक शीर्षक की कहानी को तीसरा स्थान प्राप्त हुआ।रावमापा भरमौर के छात्र अनीष कुमार की कहानी हिन्दी  भाषा प्रचलन को बढ़ावा,इसी विद्यालय के  छात्र विशाल शर्मा के लेख चौरासी मंदिर व रावमापा चोबिया की छात्रा राखी के लेख नारी शिक्षा का महत्व को प्रोत्साहन हेतु वरिष्ठता सूचि में शामिल किया गया है।

स्नातक स्तर की लेख प्रतियोगिता में राजकीय महाविद्यालय भरमौर के विपिन शर्मा के लेख तिरलोचन महादेव की कथा को पहला स्थान प्राप्त हुआ।जबकि दूसरा स्थान मुनीष कुमार के लेख सुन्नी-भूंकू को दूसरा स्थान व पल्लवी के लेख मणिमहेश यात्रा को तीसरा स्थान हासिल हुआ।प्रतियोगिता में पहुंचे अक्षय कुमार के लेख नारी शिक्षा का महत्व को प्रोत्साहन लेख श्रेणी में रखा गया।

प्रतियोगिता में पहला स्थान हासिल करने वाले प्रतिभागी को 5 हजार,दूसरा स्थान हासिल करने वाले को 2 हजार रुपये, तीसरा स्थान हासिल करने वाले प्रतिभागी को एक हजार रुपये व प्रोत्साहन वर्ग के लेखों को पाँच सौ रुपये प्रति लेख ईनाम प्रदान किया जाएगा।

उपमंडलाधिकारी भरमौर मनीष सोनी ने कहा कि 14 सितम्बर को हिन्दी दिवस के अवसर पर लघुसचिवालय भरमौर में सम्मानित किया जाएगा।