रोजाना24,चम्बा : उपायुक्त विवेक भाटिया ने कहा कि वीडियो कॉन्फ्रेंस की मानक संचालन प्रक्रिया(एसओपी) को लेकर गाइडलाइंस जारी की जा रही हैं ताकि उन्हीं के अनुरूप वीडियो कॉन्फरेंस और बैठकों का आयोजन किया जा सके। उपायुक्त ने यह बात आज राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केन्द्र के माध्यम से जिले के एसडीएम, खंड विकास अधिकारियों, पंचायत पदाधिकारियों, पंचायत सचिवों के अलावा विभागीय अधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस करने के बाद कही। उन्होंने कहा कि 10 जुलाई को मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर द्वारा शिमला से की जाने वाली वीडियो कॉन्फरेंस के अलावा भविष्य में होने वाली इस तरह की सभी वीडियो कॉन्फ्रेंस या बैठकों में मानक संचालन प्रक्रिया के दिशानिर्देशों और वास्तविक बैठक के अनुरूप ही अधिकारियों और कर्मचारियों को मर्यादा सुनिश्चित करनी होगी।मर्यादा की अनुपालना न करने वालों की जवाब तलबी भी हो सकती है। उपायुक्त ने हिदायत देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री की वीडियो कॉन्फ्रेंस से पूर्व खंड विकास अधिकारी अपने स्तर पर भी वीडियो कॉन्फ्रेंस के समुचित व स्तरीय संचालन का ट्रायल करेंगे। जबकि सम्बंधित एसडीएम इसकी मॉनीटरिंग देखेंगे ताकि ये वीडियो कॉन्फ्रेंस अपेक्षा के मुताबिक संपन्न हो।
उन्होंने कहा कि खंड विकास अधिकारी वीडियो कॉन्फ्रेंस के लिए फील्ड कर्मियों को प्रशिक्षित करें। कोविड-19 की मौजूदा परिस्थितियों और समय की जरुरत के मद्देनजर अब इस तरह के मैकेनिज्म के उपयोग में व्यवसायिक दृष्टिकोण अपनाना ही होगा जिसके लिए निरंतर प्रयास अत्यंत आवश्यक हैं। उन्होंने ये भी निर्देश दिए कि वीडियो कॉन्फरेंस में भाग लेने वालों का नाम और पदनाम स्क्रीन पर स्पष्ट तौर पर डिस्प्ले होना चाहिए।
उपायुक्त ने इस ट्रायल के दौरान बेहतर प्रेजेन्टेशन करने वालों की जहां प्रशंसा की वहीं एक सार्थक और मर्यादित वीडियो कॉन्फरेंस को सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए। वीडियो कॉन्फ्रेंस के दौरान ही उपायुक्त ने सलूणी विकास खंड के तहत सिमणी पंचायत में युवाओं द्वारा कोविड-19 के इस समय के दौरान खेल का मैदान विकसित करने का जिक्र करते हुए खंड विकास अधिकारी सलूणी को कहा कि वे स्वयं उन युवाओं से मिलना चाहेंगे।इस मौके पर राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केन्द्र के जिला सूचना विज्ञान अधिकारी रवि मीणा भी मौजूद रहे।