स्पीड वर्कःवन विभाग ने दुर्घटना के एक हफ्ते में ही जारी करवा दी राहत राशी

रोजाना24,चम्बाः एक ओर सरकारी कार्यालयों में कार्यों में लेटलतीफी के कारण लोग परेशाऩ हैं वहीं दूसरी ओर वन विभाग अपनी त्वरित प्रतिक्रिया के कारण लोगों की प्रशंसा बटोर रहा रहा है।भरमौर उपमंडल में कुछ दिनों से भालुओं व प्राकृतिक आपदा के कारण लोगों को शारीरिक,पशुधन व अवासीय भवनों की क्षति उठानी पड़ी है लेकिन मुसीबत की घड़ी में वन विभाग ऐन वक्त पर पीड़ित लोगों के साथ तुरंत खड़ा हो रहा है।
गत 21 जून को चोबिया की डुगी धार में भालुओं के हमले में पटौड़ी व चोबिया गांव के दो भेड़ पालकों की तीस भेड़ बकरियां मारी गई थीं.भेड़ पालकों ने उनके हुए पशुधन के नुक्सान के एवज में वन विभाग से मुआवजे की मांग की थी जिस पर वन विभाग ने तुरंत कार्यवाही करते हुए एक सप्ताह में ही प्रभावित परिवार को राहत राशी जारी कर दी है.
वन मंडल अधिकारी भरमौर सन्नी वर्मा ने मामले की पुष्टि करके हुए कहा कि विभाग ने पटौड़ी के भेड़ पालक चतरो राम की मारी गई 14 भेड़ बकरियों के लिए 39 हजार व चोबिया के भेडपालक शेर सिंह की मारी गई 16 भेड़ बकरियों के लिए 46.5 हजार रुपये की राहत राशी जारी की है.दोनो भेड़पालकों के खाते में यह राहत राशि कल जमा हो जाएगी.

गौरतलब है कि इससे पूर्व गरीमा में असमानी बिजली गिरने से गरीब परिवार का घर जल गया वन विभाग ने उसी दिन प्रभावित परिवार को ईमारती लकड़ी मौके पर ही स्वीकृत कर दी।कड़ौता गांव में खेतों में काम कर रहे दो लोगों को भालू द्वारा घायल करने की घटना हो या चोभिया में ही भेड़ पालक को भालू द्वारा गम्भीर रूप से घायल करने का मामले में भी वन विभाग ने काफी तत्परता से कार्य करते हुए प्रभावित लोगों को राहत राशी दिलवाई है। विभाग द्वारा दिखाई गई इस संवेदनशीलता के कारण नागरिकों के नजरिए में सरकारी कामकाज के प्रति कुछ बदलाव जरूर दिख रहा है।

वन मंडल अधिकारी भरमौर सन्नी वर्मा ने कहा कि वे केवल अपने कर्तव्य का निर्वहन कर रहे हैं । विभाग के सभी अधिकारी कर्मचारियों को आपदा के दौरान तुरंत सहायता के लिए निकलने के निर्देश दिए गए हैं ताकि किसी पीड़ित को सहायता के लिए दर-दर भटकना न पड़े।