90 वर्षीय बजुर्ग महिला ने दिया होम क्वारंटाइन का बेहतरीन उदाहरण,कोरोना से जीती जंग

रोजाना24, ऊनाः होम क्वांरटीन के नियमों का पालन ठीक से किया जाए तो कोरोना को हराने में यह बेहद महत्वपूर्ण कदम सिद्ध हो सकता है। ऐसा ही एक मामला बंगाणा उपमंडल के बौट में सामने आया है, जहां 90 वर्षीय एक बुजुर्ग महिला ने होम क्वारंटीन में रहकर कोरोना को मात दी है। चौदह जून को बुजुर्ग महिला की रिपोर्ट पॉजीटिव आई थी और 10 दिन में ही उन्होंने कोरोना को हरा दिया। 24 जून को जब उनका दोबारा टेस्ट किया गया, तो उनकी रिपोर्ट नेगेटिव आई है।इस संबंध में सीएमओ ऊना डॉ. रमण कुमार शर्मा ने बताया कि महिला का पुत्र 2 जून को मुंबई से लौटा था और 8 जून को लिए गए सैंपल में उनकी कोरोना रिपोर्ट पॉजीटिव आई थी। इसके बाद कोरोना संक्रमित व्यक्ति को कोविड केयर सेंटर खड्ड में शिफ्ट कर दिया गया, जबकि बाकी पूरे परिवार को होम क्वारंटीन किया गया था। मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने कहा कि महिला की आयु को ध्यान में रखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने उनका इलाज होम क्वांरटीन में ही करने का फैसला किया। डॉक्टरों की सही देखभाल तथा होम क्वारंटीन के नियमों का सख्ती से पालन करने से ही वृद्ध महिला कोरोना को हरा कर अब पूर्ण रूप से स्वस्थ है। उन्होंने कहा कि महिला ने मजबूत इच्छा शक्ति का परिचय दिया है तथा अपना मनोबल बनाए रखा। उनके पड़ोसियों ने भी पूरे परिवार का भरपूर साथ दिया है। उन्होंने कहा कि वृद्ध महिला के परिवार में उनकी बहू तथा दोनों पोतियां भी कोरोना संक्रमित हुई थी तथा सभी की रिपोर्ट 14 जून को पॉजीटिव पाई गई थी। अब परिवार में एक पोती को छोड़कर बाकी सभी की रिपोर्ट नेगेटिव हो चुकी है। महिला के पुत्र की 18 जून को रिपोर्ट नेगेटिव आई थी। डॉ. रमण ने कहा कि डॉ. अतुल तथा उनकी टीम ने नियमित रूप से पूरे परिवार का चैकअप किया तथा परिणाम स्वरूप अब वह स्वस्थ हैं। 

स्वास्थ्य विभाग के लिए बड़ी उपलब्धि इस संबंध में डीसी ऊना संदीप कुमार ने कहा कि 90 वर्षीय महिला का कोरोना को मात देना स्वास्थ्य विभाग के लिए बड़ी उपलब्धि है। अगर मरीज होम क्वारंटीन में नियमों का सही ढंग से पालन करें तो कोरोना को हराया जा सकता है। उन्होंने कहा कि क्वारंटीन में घबराने की कोई जरूरत नहीं है, बस संयम बनाए रखें तथा अपने मनोबल को गिरने न दे। इसके अलावा स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ सहयोग करें।