रोजाना24,ऊना : कोरोना संकट के बीच देश के विभिन्न हिस्सों से अपनी नौकरी छोड़कर वापस हिमाचल प्रदेश लौटे कुशल व अकुशल कारीगरों के पुनर्वास के लिए एक व्यापक योजना तैयार की जा रही है, ताकि उन्हें हिमाचल में ही रोजगार प्राप्त हो सके। आज एक प्रैस कॉन्फ्रेंस में उपायुक्त ऊना संदीप कुमार ने कहा कि ऐसे सभी लोगों को अपना पंजीकरण प्रदेश सरकार के पास कराना होगा। पंजीकरण वेबसाइट https://skillregister.hp.gov.in/ पर किया जा सकता है। जिसके पास जो स्किल होगी, उसको उसी प्रकार का काम प्रदेश में ही दिलाने के लिए प्रयास किए जाएंगे।
डीसी ने कहा कि धार्मिक संस्थान व होटल खोलने का फिलहाल कोई फैसला नहीं लिया गया है। जब तक कंटेनमेंट जोन व कोरोना संक्रमितों की संख्या में कमी नहीं आती, तब तक इस पर विचार नहीं किया जाएगा।
संदीप कुमार ने कहा कि ऐसे भी परिवार हैं जिनके पास कमाई का कोई साधन नहीं बचा है, लेकिन आत्मसम्मान की वजह से वह अपने लिए कोई मदद नहीं मांग पा रहे। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन ऐसे लोगों की भावनाओं का सम्मान करता है और उनकी मदद के लिए तत्पर है। ऐसे व्यक्ति संबंधित एस.डी.एम. के पास अपनी जानकारी दें, ताकि उनको प्रशासन अपनी तरफ से मदद मुहैया करवा सके। जिला प्रशासन पूरी तरह से सक्षम है और ऐसे परिवारों की हर संभव मदद की जाएगी और उन्हें राशन, दवाएं व अन्य जरूरत का सामान उपलब्ध करवाएगा.
डीसी ने कहा कि अमृतसर से जल्द ही एक विशेष ट्रेन जाने वाली है। अगर झारखंड का कोई भी व्यक्ति जिला ऊना में फंसा हो या वापस अपने प्रदेश झारखंड लौटना चाहता हो तो वह संबंधित एस.डी.एम के पास पंजीकरण करा ले। जिला प्रशासन ऊना ऐसे व्यक्तियों को अमृतसर तक पहुंचाने का बंदोबस्त करेगा।
प्रैस कॉन्फ्रेंस में सीएमओ ऊना डॉ. रमण कुमार शर्मा ने कहा कि जिला में अब तक 4222 व्यक्तियों के कोरोना टेस्ट किए जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि अब क्षेत्रीय अस्पताल में क्विक कोरोना टेस्ट करने की सुविधा शुरू होने जा रही है। इसके लिए लैब टेक्नीशियन को प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा है। सुविधा शुरू होने के बाद ऊना में ही एक दिन में लगभग 15 कोरोना टेस्ट किए जा सकेंगे।