रोजाना24,चम्बाः जनजातीय क्षेत्र भरमौर उपमंडल में निचले क्षेत्रों से पलायन कर भरमौर उप मंडल की ऊंची चारागाहों की ओर जा रहे भेड़ पालकों को भेड विकास विभाग द्वारा ट्रांजिट कैंपों के माध्यम से निशुल्क दवाइयां वितरित की जा रही हैं।
कोरोना वायरस कोविड-19 के संभावित संक्रमण के प्रभावी रोकथाम के उपायों को लेकर स्वास्थ्य विभाग द्वारा भरमौर के दुगैठी व लाके वाली माता के मंदिर के पास हेल्थ स्क्रीनिंग चेक पोस्ट लगाए गए हैं।वहीं भेड़ पालकों के पशुधन की स्वास्थ्य की जांच हेतु पशुपालन विभाग भरमौर द्वारा पारगमन शिविर (ट्रांजिट कैंप) लगाए गए हैं । लूणा व लाके वाली माता के इन शिविरों में विभाग के कर्मचारी दिन रात भेड़ पालकों की आवाजाही पर निगरानी बनाए हुए हैं। इन शिविरों में भेड़ पालकों को भी कोरोनावायरस के संभावित संक्रमण के बारे में जागरूक किया जा रहा है। सोशल डिस्टेंसिंग के महत्व पर भी बल दिया जा रहा है ।
सहायक निदेशक भेड़ विकास डॉक्टर सतीश कपूर ने बताया कि लूणा में चंबा की ओर से व लाके वाली माता में जालसू दर्रे को लाँघ कर आने वाले मवेशियों को स्वास्थ्य जांच के उपरांत ही गंतव्य की ओर भेजा जा रहा है। उन्होंने बताया कि अब तक 83 भेड़ पालकों के समूहों के करीब 14 हजार मवेशियों के स्वास्थ्य की जांच के उपरांत उन्हें लॉजिस्टिक स्पोर्ट में निशुल्क दवाइयां, इंजेक्शन व फर्स्ट ऐड मुहैया करवाई गई है ।
सहायक निदेशक डॉ सतीश कपूर ने बताया कि इन विभिन्न राहों से आने वाले भेड़ पालकों के करीब 220 समूह अपने गंतव्य की ओर रवाना हो चुके हैं, जिनमें लगभग 44 हजार के करीब भेड़ बकरियों के झुंड ऊंची चारगाहों की ओर इन दिनों प्रस्थान कर चुके हैं। इन भेड़ पालकों के यात्रा हिस्ट्री, मोबाइल नंबर व स्थाई पते की भी जानकारी जुटाई गई है।ताकि किसी भी प्रकार से कोरोना वायरस कोविड-19 के संभावित संक्रमण के रोगी को ट्रेस आउट करने में मदद मिल सके।भेड़ पालकों का अपने माल मवेशियों के साथ आना जारी है और इन पर निरंतर निगरानी की जा रही है, कोई भी भेड़ पालक विभाग द्वारा उपलब्ध करवाई जा रही सुविधा से वंचित ना रहे यह सुनिश्चित बनाया जा रहा है।