रोजाना24,चम्बा : जन्माष्टमी पर्व कल 23 अगस्त सुबह आठ बजे से शुरू हो रहा है.इस दौरान केवल मणिमहेश झील में ही स्नान नहीं होगा बल्कि भरमौर के चौरासी मंदिर प्रांगण में स्थित अर्द्ध गंगा कुफरी व भरमाणी माता के सरोवर में भी श्रद्धालु डुबकी लगाते हैं.विशेषत: भरमौर मुख्यालय व आसपास के गांवों के लोग जन्माष्टमी पर यहां स्नान करते हैं.परंतु पिछले दो वर्षों से अर्द्ध गंगा कुफरी में गंदा पानी रिस रहा है जिस कारण यह दूषित हो गई है.दो वर्षों से आस्था की प्रतीक इस सरोवर में गंदा पानी रिसने से यह दूषित हो रही है लेकिन प्रशासन के पास इसे ठीक करने कोई साधन नहीं है.सिंचाई एवं जनस्वास्थ्य विभाग भी यहां जांच पड़ताल कर चुका है लेकिन समस्या का समाधान अब तक नहीं हुआ है.
कुछ स्थानीय लोग इस बात से परिचित हैं लेकिन बाकि श्रद्धालु इस बात से अनभिज्ञ हैं.ऐसे में लोग इस बार भी जन्माष्टमी पर्व यहां स्नान नहीं कर पाएंगे.
इस बारे अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी पीपी सिंह ने कहा कि सभी विभाग इस समस्या को दूर करने में असफल रहे हैं. इस सरोवर में रिस रही गंदगी को दूर करने के लिए यात्रा के बाद प्रयास किए जाएंगे.
गौरतलब है कि अर्द्ध गंगा कुफरी से निकलने वाले पानी जोकि चौरासी मंदिर परिसर के बीच से होकर निकलता है उसे धरती पर वैतरणी नदी माना जाता है.
आस्था के प्रतीक इस सरोवर के दूषित होने समबंधी कोई जानकारी यहां नहीं लगाई गई है व न ही इसके द्वार को बंद किया गया.जबकि प्रशासन ने यहां दान पात्र जरूर रख दिया है.