रोजाना24,चम्बा : राजीव गांधी पंचायती राज विभाग भरमौर के वरिष्ठ उपाध्यक्ष शिवचरण कपूर ने भरमौर क्षेत्र में हुए बहुत से विकास कार्यों में अनियमिताएं हैं.जिनमें सरकार धन की बरबादी हुई है.सरकार इन कार्यों की जांच करने से बच रही है.उन्होंने लाहल गांव के लिए पेयजल योजना का उदाहरण देते हुए कहा कि दस वर्ष पूर्व 70 मैगावाट जलविद्युत परियोजना निर्माण के दौरान इस गांव के प्राकृतिक जल स्रोत सूख गए.गांव के लोगों की पेयजल समस्या इस कदर बढ़ गई कि इसे सुलझाने के लिए पांच पेयजल योजनाएं बनाई गईं जिन पर करोडों रुपये फूंक डाले गए.गांव के लिए प्रंघाला,सचूईं,दिनका,भरमाणी,अगासण,के अलावा टैंकर के माध्यम से लोगों को पेयजल योजना बनाई गई है.इसके अलावा गांव के लिए उठाऊ पेयजल योजना का निर्माण कार्य जोरों से चल रहा है.लेकिन इतनी पेयजल योजनाओं के माध्यम से गांव को पानी न पहुंचने से प्रतीत होता कि यह योजनाएं शायद ठेकेदारों को लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से बनाई गईं थी.लोगों की प्यास बुझाना दिखावा मात्र था.
उन्होंने कहा कि सरकार अगर इतनी ही ईमानदारी से कार्य कर रही है तो लाहल गांव के लिए बनी पेयजल योजनाओं की जांच करे.
विकास खंड विकास कार्यों की चल रही जांच के प्रश्न पर उन्होंने कहा कि विकास कार्यों की जांच बेहद आवश्यक है. मात्र उन्हीं पंचायतों को निशाना बनाया जा रहा है जिनके प्रतिनिधि भाजपा से सम्बंधित नहीं हैं.