वैशाखी तक बंद हुए कार्तिकेय मंदिर के द्वार.

रोजाना24,चम्बा :- श्रद्धालुओं के लिए आज से बंद हुए कार्तिकेय मंदिर के द्वार .

भरमौर क्षेत्र की कुगति घाटी में स्थित प्रसिद्ध कार्तिकेय मंदिर में आज से श्रद्धालुओं की पूजा अर्चना चार माह पंद्रह दिनों के लिए बंद हो गई है.मंदिर पुजारी दलीप शर्मा,मचलू राम,रविन्द्र कुमार,सुन्दर शर्मा,किसो राम,जीवन शर्मा ने कार्तिकेय प्रतिमा के समक्ष पुजा व हवन कर धरती के जीवों के लिए सुख समृद्धि की कामना की.पुजारियों ने कहा कि पूरे जनजातीय क्षेत्र में देवालयों को शीतकाल के लिए बंद रखने की पुरानी परम्परा है.मान्यता है कि इस दौरान देवता धरती का संचालन देवलोक से सम्भालते हैं.पुजारियों ने मंदिर में जलकलश रख कर दोपहर बारह बजे मंदिर का द्वार बंद कर दिया.दलीप शर्मा ने कहा कि अब यह मंदिर चौदह अप्रैल 2019 को पूजा के लिए खोला जाएगा.उन्होनें कहा कि इस घाटी में दो प्रसिद्ध मंदिर हैं वहीं लौहल स्पिति के लिए पैदल रास्ता भी यहीं से गुजरता है.लेकिन देव सम्मान में अब कोई भी व्यक्ति अगले साढे चार माह के लिए इस रास्ते का उपयोग नहीं करेगा.उन्होंने कहा कि मंदिर में रखे गए जलकलश से आगले वर्ष की मौसम व फसलों की पैदावार का पता चलेगा.इस अवसर क्षेत्र के मुख्य पुजारी व स्थानीय श्रद्धालु भी पहुंचे थे.

वहीं इस संदर्भ में तथ्य यह भी है कि दिसम्बर माह से पूरे क्षेत्र में भारी हिमपात शुरू हो जाता है जिस कारण श्रद्धालुओं को भी मंदिर तक पहुंचने में दिक्कत रहती है.जिस कारण श्रद्धालुओं के साथ यात्रा के दौरान कोई दुर्घटना न हो इसलिए भी मंदिरों के किवाड़ बंद रखने की परम्परा बनाई गई है.

इस दौरान लोगों ने कार्तिकेय भगवान जिन्हें गद्दी बोली में केलंग वजीर कहा जाता है,के भजन गाकर उनकी स्तुति की.