हिमाचल प्रदेश में नशे के खिलाफ कार्रवाई तेज हो गई है। शिमला पुलिस ने चिट्टा तस्करी के एक बड़े नेटवर्क का भंडाफोड़ करते हुए तहसील वेल्फेयर ऑफिसर मुकुल चौहान को गिरफ्तार किया है। आरोपी ऑफिसर पर अंतरराज्यीय ड्रग तस्करी गिरोह के सक्रिय सदस्य विजय सोनी के साथ मिलकर चिट्टा तस्करी में शामिल होने का आरोप है। पुलिस की जांच में खुलासा हुआ है कि सरकारी अधिकारी न केवल तस्करों को आश्रय देता था, बल्कि उनके ठहरने और अन्य व्यवस्थाओं में भी मदद करता था।
गुरमीत गैंग का पर्दाफाश, मुख्य सरगना गिरफ्तार
शिमला पुलिस ने शाह गैंग के बाद अब गुरमीत गैंग का पर्दाफाश किया है। एसपी संजीव गांधी ने बताया कि 23 वर्षीय गुरमीत सिंह, जो पंजाब के फरीदकोट जिले का निवासी है, को 100.590 ग्राम चिट्टे के साथ गिरफ्तार किया गया है। वह लंबे समय से शिमला और आसपास के इलाकों में नशे की आपूर्ति कर रहा था।
शाही महात्मा और शाह गैंग पर भी कार्रवाई जारी
पुलिस ने इससे पहले शाही महात्मा गैंग और शाह गैंग के खिलाफ भी बड़ी कार्रवाई की थी। हाल ही में पुलिस ने रोहडू में सक्रिय शाही महात्मा गैंग के मुख्य आरोपी नीरज जिल्टा को गिरफ्तार किया था, जो लंबे समय से फरार चल रहा था। इसके अलावा, पुलिस ने संदीप शाह गैंग से जुड़े दो और आरोपियों – अंकिता नेगी (निवासी मल्याणा, शिमला) और मुकुल चौहान (तहसील कल्याण अधिकारी) को हिरासत में लिया है।
शिमला में कई स्थानों पर छापेमारी, नकदी और ड्रग्स बरामद
शिमला पुलिस ने शहर के विभिन्न इलाकों में छापेमारी कर कई अन्य आरोपियों को भी पकड़ा है। पुलिस थाना ढली क्षेत्र से करण (निवासी गुड्डु मल बिल्डिंग, संजौली) को गिरफ्तार किया गया है। इसके अलावा, पुलिस ने कुलदीप ठाकुर उर्फ मोनू (निवासी मल्याणा, शिमला) के पास से 3.36 ग्राम चिट्टा और डेढ़ लाख रुपये नकद बरामद किए हैं।
इसके अतिरिक्त, छोटा शिमला थाना क्षेत्र में 1.83 ग्राम चिट्टे के साथ दानिश उर्फ भानु (निवासी एसडीए कॉलोनी, विकासनगर, शिमला) को पकड़ा गया है।
चिट्टा तस्करों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की तैयारी
हिमाचल प्रदेश में बढ़ती ड्रग तस्करी को लेकर पुलिस और प्रशासन सतर्क हो गया है। पुलिस लगातार नशा तस्करों के नेटवर्क को तोड़ने में लगी हुई है। शिमला के अलावा, सोलन, मंडी और कांगड़ा जिलों में भी विशेष अभियान चलाया जा रहा है। पुलिस ने चेतावनी दी है कि नशे का कारोबार करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।