जनजातीय कार्य मंत्रालय, भारत सरकार के तहत ट्राइबल को-ऑपरेटिव मार्केटिंग डेवलपमेंट फेडरेशन के तत्वावधान में चंबा, भरमौर तथा पांगी में ट्राइबल आर्टिसन एम्पैनलमेंट मेले का आयोजन किया जाएगा। सहायक आयुक्त पीपी सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि इस मेले का उद्देश्य जनजातीय क्षेत्र से संबंधित लोगों द्वारा तैयार किए जाने वाले उत्पादों तथा स्थानीय उपज को राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बाजार उपलब्ध करवाना है।
मेले का कार्यक्रम और आयोजन स्थल
- 26 जून: बचत भवन, चंबा
- 28 – 29 जून: चौरासी मंदिर परिसर के समीप साडा भवन, भरमौर
- 1 जुलाई: लाइब्रेरी भवन, पांगी
उत्पादों की गुणवत्ता और सूचीबद्धता
सहायक आयुक्त पीपी सिंह ने बताया कि मेले के दौरान प्रतिभाशाली कारीगरों के शिल्प-कौशल के तहत तैयार उत्कृष्ट उत्पाद एवं स्थानीय उपज को विशेषज्ञ अधिकारियों द्वारा सूचीबद्ध किया जाएगा। इसके साथ-साथ उत्पादों के डिजाइन एवं कौशल विकास (स्किल डेवलपमेंट) को लेकर भी प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाए जाएंगे। इस प्रक्रिया के अंतर्गत उत्पादों की गुणवत्ता और उनके अद्वितीयता पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।
बिक्री और प्रचार-प्रसार के अवसर
सहायक आयुक्त ने यह भी बताया कि जनजातीय क्षेत्र के उत्कृष्ट उत्पादों एवं स्थानीय उपज को विभिन्न ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के साथ जोड़ने सहित ट्राइबल को-ऑपरेटिव मार्केटिंग डेवलपमेंट फेडरेशन के देशभर में स्थापित बिक्री केंद्रों में रखा जाएगा। इसके अतिरिक्त, देश भर में आयोजित होने वाले राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय स्तर के मेलों और उत्सवों में भी फेडरेशन द्वारा बिक्री एवं प्रचार-प्रसार के लिए स्थान उपलब्ध करवाया जाएगा।
कारीगरों, समूहों और संगठनों का आवाहन
सहायक आयुक्त ने जनजातीय क्षेत्रों से संबंधित कारीगरों, स्वयं सहायता समूहों, किसानों, महिला मंडलों और युवक मंडलों से इस मेले में भाग लेने का आग्रह भी किया है। उन्होंने कहा कि यह मेला कारीगरों को अपने कलात्मक कौशल दिखाने और आर्थिक सशक्तिकरण के लिए उद्यमिता विकास को लेकर प्रोत्साहित करने का महत्वपूर्ण अवसर प्रदान करेगा।
महत्वपूर्ण जानकारी और संपर्क
मेले के आयोजन के संदर्भ में अधिक जानकारी के लिए कारीगर और समूह अपने संबंधित जिलों के जिला प्रशासन कार्यालय या सहायक आयुक्त कार्यालय से संपर्क कर सकते हैं। यह मेला न केवल जनजातीय कारीगरों के लिए बल्कि पूरे क्षेत्र की आर्थिक और सामाजिक विकास के लिए महत्वपूर्ण कदम साबित होगा।
इस प्रकार, चंबा, भरमौर और पांगी में आयोजित होने वाले ट्राइबल आर्टिसन एम्पैनलमेंट मेला जनजातीय कारीगरों को अपने उत्पादों को व्यापक बाजार में पेश करने और आर्थिक सशक्तिकरण के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर प्रदान करेगा।