भरमौर के तीन स्कूलों के 5 छात्रों ने एकलव्य मॉडल रेजिडेंशियल स्कूल प्रवेश परीक्षा में सफलता पाई

भरमौर: हिमाचल प्रदेश के भरमौर क्षेत्र के तीन स्कूलों, शिवालिक पब्लिक स्कूल, जय कृष्णागिरी पब्लिक हाई स्कूल और दयाल पब्लिक स्कूल, पनसेई के छात्रों ने एकलव्य मॉडल रेजिडेंशियल स्कूल (होली), भरमौर की छठी कक्षा की प्रवेश परीक्षा में शानदार प्रदर्शन कर अपने-अपने स्कूलों का नाम रोशन किया है।

शिवालिक पब्लिक स्कूल भरमौर: शिवालिक पब्लिक स्कूल की अनन्या, पुत्री श्री शाम सिंह, और वंशिका, पुत्री श्री पप्पू राम, ने इस प्रतिष्ठित परीक्षा को सफलतापूर्वक उत्तीर्ण किया है। उनकी इस उपलब्धि पर स्कूल के अध्यापक, अभिभावक और पूरे स्कूल प्रशासन ने उन्हें हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं दी हैं। शिवालिक पब्लिक स्कूल के मुख्याध्यापक ने कहा, “यह हमारे स्कूल के लिए गर्व का क्षण है और हम अनन्या और वंशिका के उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हैं।”

दयाल पब्लिक स्कूल पनसेई: दयाल पब्लिक स्कूल के आरव शर्मा, पुत्र श्री सुनील दत्त, और नक्श चरक, पुत्र श्री राज कुमार, ने भी इस प्रवेश परीक्षा में सफलता प्राप्त की है। इनके इस शानदार प्रदर्शन पर स्कूल के अध्यापकों और अभिभावकों ने गर्व व्यक्त किया है। आरव और नक्श की इस सफलता ने पूरे स्कूल को गौरवान्वित किया है।

जय कृष्णागिरी पब्लिक हाई स्कूल भरमौर: जय कृष्णागिरी पब्लिक हाई स्कूल की तान्वी, पुत्री श्री शिव कुमार, ने भी इस परीक्षा में सफलता प्राप्त कर अपने स्कूल का नाम गर्व से ऊंचा किया है। तान्वी की इस उपलब्धि पर स्कूल के प्रधानाचार्य, शिक्षकगण और अभिभावकों ने उसे हार्दिक बधाई दी है। तान्वी के पिता श्री शिव कुमार ने कहा, “यह तान्वी की कड़ी मेहनत और स्कूल के शिक्षकों के सहयोग का परिणाम है।”

अनन्या, वंशिका, तन्वी, आरव शर्मा और नक्श चरक ने अपनी मेहनत और समर्पण से इस कठिन परीक्षा में सफलता हासिल की है। इन छात्रों की सफलता पर उनके अभिभावकों ने खुशी और गर्व का इज़हार किया है। स्कूल के प्रधानाचार्य और शिक्षकगण ने इन छात्रों की उपलब्धि पर बधाई दी और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की है। यह सफलता इन स्कूलों के लिए गर्व का क्षण है और अन्य छात्रों के लिए प्रेरणा स्रोत भी है।

अनन्या के पिता श्री शाम सिंह, वंशिका के पिता श्री पप्पू राम, तान्वी के पिता श्री शिव कुमार, आरव शर्मा के पिता श्री सुनील दत्त और नक्श चरक के पिता श्री राज कुमार ने अपनी संतान की सफलता पर गर्व जताया और स्कूल के शिक्षकों और प्रशासन को धन्यवाद दिया।

तीनों स्कूलों ने अपने छात्रों को उच्च गुणवत्ता की शिक्षा और सहायक वातावरण प्रदान किया, जिससे वे इस परीक्षा में सफल हो सकें। स्कूलों के शिक्षकों ने छात्रों की तैयारी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और उन्हें सही मार्गदर्शन दिया।

इन छात्रों की सफलता न केवल उनके परिवारों के लिए गर्व का विषय है, बल्कि उनके स्कूलों के लिए भी एक बड़ी उपलब्धि है। यह उपलब्धि अन्य छात्रों को भी प्रेरित करेगी और उन्हें अपनी मेहनत और समर्पण से सफलता प्राप्त करने के लिए प्रेरित करेगी।