इस बर्ष माता शिव शक्ति छतराडी मेला 23 सितंबर से शुरू होगा। हर वर्ष यह मेला मणिमहेश यात्रा के संपापन पर होता है।
4 दिन तक चलने वाले इस मेले की तैयारी को लेकर शुक्रवार को नायब तहसीलदार धरवाला ने ग्राम पंचायत छतराडी के अध्यक्षता में एक समीक्षा बैठक की आयोजन किया। इस बैठक में मेले की सफल आयोजना पर चर्चा की गई और स्थानीय लोगों और सीनियर सिटीजन्स ने भी भाग लिया।
बैठक में इस बार एक स्टार नाईट बॉलीवुड सिंगर को मेले में बुलाने की चर्चा भी हुई। यहां तक कि चार दिनों तक चलने वाले इस मेले में स्थानीय लोगों के पारंपरिक नृत्य और खबर बुढ़ा नृत्य को देखने के लिए लोग दूर-दूर से आते हैं।
जिला स्तरीय ऐतिहासिक शिव शक्ति जात्र मेले छतराडी के सफल आयोजन को लेकर प्रधान ग्रांम पंचायत छतराडी ने सभी युवक मंडल, महिला मंडल, और दूसरी संस्थाओं को भी बैठक में भाग लेने के लिए आह्वान किया था।
इस समीक्षा बैठक के बाद, मेले के कलाकारों को बुलाने के संबंध में विस्तार पूर्वक चर्चा हुई और मेले का सफल आयोजन और लोगों की अधिक से अधिक भागीदारी की योजना बनाई गई।
प्रधान ग्राम पंचायत छतराडी के मंहदो राम ने बताया कि हर वर्ष राधा अष्टमी के बाद माता शिव शक्ति के पुजारी पवित्र मणिमहेश डल झील से पानी लाकर माता का स्नान करने के साथ ही यह मेला शुरू होता है। राधा अष्टमी के दिन यहां पर माता का जगराता भी आयोजित होता है, और इसके बाद से ही मेले का आयोजन होता है।
मेले की तैयारी को लेकर शुक्रवार को नायब तहसीलदार धरवाला ने ग्राम पंचायत छतराडी के अध्यक्षता में एक समीक्षा बैठक की आयोजन किया। इस बैठक में मेले की सफल आयोजना पर चर्चा की गई और स्थानीय लोगों और सीनियर सिटीजन्स ने भी भाग लिया।
बैठक में इस बार एक स्टार नाईट बॉलीवुड सिंगर को मेले में बुलाने की चर्चा भी हुई। यहां तक कि चार दिनों तक चलने वाले इस मेले में स्थानीय लोगों के पारंपरिक नृत्य और खबर बुढ़ा नृत्य को देखने के लिए लोग दूर-दूर से आते हैं।
जिला स्तरीय ऐतिहासिक शिव शक्ति जात्र मेले छतराडी के सफल आयोजन को लेकर प्रधान ग्रांम पंचायत छतराडी ने सभी युवक मंडल, महिला मंडल, और दूसरी संस्थाओं को भी बैठक में भाग लेने के लिए आह्वान किया था।
इस समीक्षा बैठक के बाद, मेले के कलाकारों को बुलाने के संबंध में विस्तार पूर्वक चर्चा हुई और मेले का सफल आयोजन और लोगों की अधिक से अधिक भागीदारी की योजना बनाई गई।
प्रधान ग्राम पंचायत छतराडी के मंहदो राम ने बताया कि हर वर्ष राधा अष्टमी के बाद माता शिव शक्ति के पुजारी पवित्र मणिमहेश डल झील से पानी लाकर माता का स्नान करने के साथ ही यह मेला शुरू होता है। राधा अष्टमी के दिन यहां पर माता का जगराता भी आयोजित होता है, और इसके बाद से ही मेले का आयोजन होता है।